The Lallantop

दोस्त ने गिफ्ट की थी मछली, पका कर खा गया और जान चली गई

रिपोर्ट के मुताबिक़ पफ़रफ़िश में 30 आदमियों को मारने जितना ज़हर होता है. जिस दोस्त ने मछली गिफ्ट की थी, उसने खुद भी खाई थी. उसके साथ क्या हुआ? जानिए इस खबर में....

Advertisement
post-main-image
इस पफरफिश में टेट्रोडोटॉक्सिन नाम का ज़हर होता है जो अन्य समुद्री जीवों में भी पाया जाता है. (फ़ोटो- Unsplash.com)

गिफ़्ट. आप कभी भी दे सकते हैं. किसी को भी दे सकते हैं. कुछ भी दे सकते हैं. इसके लिए कोई त्यौहार होना ज़रूरी नहीं है. ना इसमें ये तय होता है कि सस्ता गिफ़्ट देना है या महंगा. ऐसे ही एक दोस्त ने अपने दोस्त को गिफ़्ट में पफ़रफ़िश (एक प्रकार की ज़हरीली मछली) दी. उन्होंने बनाकर खाई. मछली खाने के बाद उन्हें कार्डियक अरेस्ट आया. बाद में उनकी मौत हो गई.

Add Lallantop as a Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement

न्यू यॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक़ पफ़रफ़िश में 30 आदमियों को मारने जितना ज़हर होता है. पफ़रफ़िश खाने से मरने वाले व्यक्ति का नाम मैग्नो सर्जियो (Magno Sergio) है. वो ब्राज़िल के रहने वाले थे. उन्होंने पहले कभी भी पफ़रफ़िश को साफ़ नहीं किया था. इस पूरी घटना की जानकारी मैग्नो की बहन मिरियन गोम्स लोप्स (Myrian Gomes Lopes) ने दी है. उन्होंने बताया कि छह हफ्ते पहले अराक्रूज, एस्पिरिटो सेंटा में ये घटना हुई है. ब्राज़िल में पफ़रफ़िश की 20 प्रजातियां पाई जाती हैं. इन्हें ब्लोफ़िश भी कहा जाता है. इन 20 प्रजातियों में से एक दर्जन प्रजातियां अराक्रूज, एस्पिरिटो सेंटा में रहती हैं. मैग्नो के एक दोस्त ने उन्हे गिफ़्ट में पफ़रफ़िश दी. मैग्रो ने और उनके दोस्त ने पफ़रफ़िश का लिवर (कलेजा) निकाला, उसे उबाला और फिर नींबू का रस डालकर खा लिया. एक घंटे बाद दोनों की तबीयत ख़राब होने लगी.

रिपोर्ट के मुताबिक़ मैग्रो खुद गाड़ी चलाकर अस्पताल पहुंचे और वहां उन्हें 8 मिनट के लिए कार्डियक अरेस्ट आया. यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ने बताया कि मैग्नो के शरीर में टेट्रोडोटॉक्सिन नाम का ज़हर मिला. ये पफ़रफ़िश और अन्य समुद्री जीवों के लिवर और गुप्तांगों में पाया जाता है. यह ज़हर साइनाइड की तुलना में हज़ार गुना अधिक घातक है. इसका कोई एंटीडोट भी नहीं है.

Advertisement

मिरियन ने बताया कि उनके भाई को ICU में रखा गया लेकिन कोई फ़ायदा नहीं हुआ. अस्पताल में 35 दिन बिताने के बाद 27 जनवरी मैग्रो का निधन हो गया. इस बीच ज़हर की वजह से उनकी बॉडी ने प्रतिक्रिया देना बंद कर दिया था. पफ़रफ़िश मैग्रो के दोस्त ने भी खाई थी, लेकिन वो बच गए हैं. हालांकि वो ठीक से चल नहीं पा रहे हैं.  

कई जगह बताया गया है कि कच्ची पफ़रफ़िश को जापान में एक डिश माना जाता है, जहां इसे स्थानीय लोग  फुगु (fugu) के नाम से जानते हैं. 

नोट: 
पफ़रफ़िश कई किस्म की होती हैं. इनकी खासियत ये होती है कि जब ये खतरा महसूस करती हैं, तब ये फूल जाती हैं (पफ़ माने फूलना), ताकि शिकारी इन्हें जकड़ न पाए. पफ़रफ़िश की कई किस्में ज़हरीली होती हैं. 

Advertisement

ये भी पढ़ें: मछली खाने के बाद ऐसा संक्रमण फैला, डॉक्टरों को महिला के चारों हाथ-पैर काटने पड़े

वीडियो: दिल्ली में मछली खिलाने के बहाने ससुरालियों को दामाद ने दिया जहर, जिंदा बचे ससुर ने पकड़वाया

Advertisement