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ओमिक्रॉन वेरिएंट वाले देशों से भारत लौटे महाराष्ट्र के 6 यात्री कोविड पॉजिटिव पाए गए

ये यात्री जहां से लौटे हैं, वहां ओमिक्रॉन वेरिएंट कहर बरपा रहा है

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जोखिम वाले देशों से भारत आने वाले यात्रियों को लेकर केंद्र ने नए दिशा निर्देश जारी किए हैं. (सांकेतिक फोटो-PTI)
कोरोना वायरस के नए ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron) के खतरे के बीच महाराष्ट्र में दक्षिण अफ्रीका और अन्य जोखिम वाले देशों से लौटे 6 यात्री कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं. इनमें मुंबई, कल्याण-डोंबिवली नगर निगम, मीरा भयंदर और पुणे में 1-1, जबकि पिंपरी चिंचवाड़ में नाइजीरिया से लौटे 2 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं. हालांकि अभी इस बात का पता नहीं चला है कि ये कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट से ही संक्रमित हैं या नहीं. महाराष्ट्र के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार, 30 नवंबर को बताया कि इन सभी लोगों के सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं. उनके कॉन्टैक्ट्स को भी ट्रेस किया जा रहा है. इनमें हल्के लक्षण पाए गए हैं. इन सभी को निगरानी में रखा गया है. इससे पहले भी खबर आई थी कि साउथ अफ्रीका से मुंबई लौटा एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया गया था. कल्याण डोंबिवली नगर निगम की मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी प्रतिभा पनपाटिल ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में बताया था,
यात्री केप टाउन से चला था और दुबई होते हुए दिल्ली पहुंचा. दिल्ली में उसका कोविड टेस्ट हुआ और टेस्ट के बाद उसे मुंबई आने की मंजूरी दे दी गई. फ्लाइट के जरिए ही वो मुंबई आया. मुंबई आने के बाद पता चला कि वो कोविड पॉजिटिव है. उसको कोविड के लक्षण नहीं थे और उसने खुद को घर में ही क्वारंटाइन कर लिया था. बाद में नगर निगम ने उसे एक संस्थान में क्वारंटाइन कर दिया.
महाराष्ट्र सरकार की नई गाइडलाइन कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर महाराष्ट्र सरकार ने भी नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. महाराष्ट्र में विदेश यात्रा से लौटे लोगों को पिछले 15 दिनों की यात्रा की डिटेल देनी होगी.ओमिक्रॉन से संक्रमित देशों से आने वाले यात्रियों की चेकिंग के लिए अलग काउंटर होंगे. जोखिम वाले देशों की यात्रा करने वाले लोगों के लिए हर दूसरे, चौथे और सातवें दिन RTPCR टेस्ट कराना अनिवार्य होगा. पॉजिटिव पाए जाने पर उन्हें अस्पताल में शिफ्ट किया जाएगा. 7 दिन बाद निगेटिव पाए जाने पर  7 दिन होम क्वारंटीन में रहना होगा. विदेश से लौटने वाले जिन यात्रियों की कनेक्टिंग फ़्लाइट होगी, पहले उन्हें RTPCR टेस्ट से गुजरना होगा और रिपोर्ट  निगेटिव आने पर ही उन्हें कनेक्टिंग फ्लाइट में चढ़ने की अनुमित मिलेगी. वहीं गैर-जोखिम वाले देशों के यात्रियों के लिए भी आरटीपीसीआर परीक्षण अनिवार्य होगा और पॉजिटिव पाए जाने पर  अस्पताल जाना होगा. रिपोर्ट निगेटिव होने पर भी 7 दिन तक होम क्वारंटीन में रहना होगा. केंद्र के नए दिशा-निर्देश ओमिक्रोन वेरिएंट के खतरे को देखते हुए बाहरी देशों से भारत आने वाले यात्रियों के लिए केंद्र सरकार ने भी नए दिशा-निर्देश तय किए हैं. ये निर्देश खासकर उन देशों से आने वाले यात्रियों के लिए हैं, जहां ओमिक्रोन वेरिएंट पाया जा चुका है. अन्य देशों से आ रहे यात्रियों की रैंडम सैंपलिंग की जाएगी. इस रैंडम सैंपलिंग को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा. इसके अलावा जो लोग उन देशों से आ रहे हैं, जहां ओमिक्रॉन वेरिएंट नहीं पाया गया है और जिनका सैंपल भी नेगेटिव पाया गया है, उन्हें सलाह दी गई है कि वो दो सप्ताह तक अच्छे तरीके से अपने स्वास्थ्य पर नजर रखें. ओमिक्रोन अपना दायरा बढ़ा रहा है अगर ओमिक्रोन वेरिएंट की बात करें तो ये अपना दायरा लगातार बढ़ाता जा रहा है. दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, हांगकांग, बेल्जियम और इजरायल के बाद अब ये दूसरे देशों में भी पाया गया है.  ओमिक्रोन वेरिएंट के खतरे के बीच कई देशों ने दक्षिण अफ्रीका के आवागमन को बैन करने की घोषणा की है. दक्षिण अफ्रीका की सरकार ने इन घोषणाओं को भेदभाव वाला बताया है. उसकी तरफ से कहा गया है कि उसे समय रहते कोविड का नया वेरिएंट खोजने की सजा दी जा रही है.