महादेव ऑनलाइन बेटिंग ऐप (Mahadev betting app) से जुड़े घोटाले के मास्टरमाइंड सौरभ चंद्राकर को दुबई में नज़रबंद कर दिया गया है. ऐप चलाने वाले दो मुख्य लोग थे: रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर. रवि भी दुबई में ही बंद है. दिसंबर के पहले हफ़्ते उसे हिरासत में लिया गया था और तब से हिरासत में ही है.
महादेव ऐप का दूसरा मास्टरमाइंड भी दुबई में नज़रबंद, कब लाया जाएगा भारत?
ऐप चलाने वाले दो मुख्य लोग थे. दोनों ही दुबई पुलिस के रडार में है. एक हिरासत में, दूसरा नज़रबंद.

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दोनों आरोपियों के ख़िलाफ़ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवाया था. इसी का संज्ञान लेते हुए UAE सरकार ने दोनों को धरा है. आरोपी सौरभ को घर से बाहर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है, क्योंकि उसके भाग जाने का ख़तरा है. स्थानीय अधिकारी फ़िलहाल उस पर नज़र रखे हुए हैं और दोनों आरोपियों को भारत लाने की तैयारी की जा रही है.
6,000 हज़ार करोड़ का स्कैंडलइसी साल के अक्टूबर में ED ने छत्तीसगढ़ के रायपुर में विशेष मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) अदालत के सामने रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर के ख़िलाफ़ आरोप पत्र दायर किया था. दोनों कथित तौर पर महादेव सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म के ज़रिए मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला लेनदेन करते थे.
ये फ़्रॉड क़रीब क़रीब 6,000 करोड़ रुपये का बताया जा रहा है और इसे UAE से चलाया जा रहा था.
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इस हाई-प्रोफ़ाइल स्कैंडल की जांच के दौरान ED ने रणबीर कपूर, श्रद्धा कपूर, हुमा क़ुरेशी, कपिल शर्मा, बोमन ईरानी और हिना ख़ान समेत कई बॉलीवुड हस्तियों को तलब किया था. एजेंसी को शक है कि उन सब ने उप्पल और चंद्राकर के कार्यक्रमों में शामिल होने या परफ़ॉर्म करने के लिए बहुत पैसे लिए हैं.
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ED के आरोप पत्र के मुताबिक़, इस घपले में छत्तीसगढ़ के कई नौकरशाह और नेता भी शामिल थे. नवंबर में ही एजेंसी ने दावा किया था कि फोरेंसिक विश्लेषण और केस के एक आरोपी से पता चला है कि इस ऐप प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ के पूर्व-मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लगभग 508 करोड़ रुपये दिए थे. हालांकि, अभी बस ये आरोप ही हैं. जांच का विषय है और जांच चल रही है.
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