क्या है मामला
एवी टूंब्स लंदन की रहने वाली हैं. वे बचपन से ही रीढ़ की हड्डी की गंभीर बीमारी स्पाइना बिफिडा से ग्रसित हैं. इस कारण उन्हें हॉस्पिटल के लगातार चक्कर काटने पड़ते हैं. उनका दावा है कि अगर डॉक्टर उनकी मां को सही सलाह देते तो उनका ना ही जन्म होता और ना ही उन्हें जिंदगी भर इस तरह की परेशानियों को झेलना पड़ता.डॉक्टर पर किया केस
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक एवी टूंब्स ने लंदन हाईकोर्ट में अपनी मां को सलाह देने वाली डॉक्टर फिलिप मिचेल के खिलाफ केस किया था. अपनी याचिका में उनका कहना था कि जब वह अपनी मां के गर्भ में थीं, तब डॉक्टर फिलिप ने उनकी मां को बच्चे की रीढ़ की हड्डी में दिक्कत कम करने के लिए फोलिक एसिड की गोली खाने की सलाह दी थी. एवी के मुताबिक ऐसी सलाह देने की की बजाए डॉक्टर को प्रेगनेंसी में देरी करने की सलाह देनी चाहिए थी. एवी की मां ने भी डॉक्टर पर आरोप लगाते हुए कहा है कि अगर उन्हें पहले ही अच्छा खाना खाने की सलाह दी जाती तो उन्हें कभी भी फोलिक एसिड की गोली खाने की जरूरत नहीं पड़ती.कोर्ट ने क्या कहा?
लंदन हाईकोर्ट ने इस मामले की सुनवाई करते हुए एवी टूंब्स के हक़ में फैसला सुनाया. कोर्ट ने उनके तर्क को सही ठहराते हुए कहा,"अगर किसी महिला के प्रेगनेंसी के दौरान वैसे हालात हैं, जैसे एवी की मां के थे, तो प्रेगनेंसी में देरी करना ही सही है. डॉक्टर का फर्ज है कि वह अपने मरीज को सही सलाह दे, ताकि एक सेहतमंद बच्चा इस दुनिया में जन्म ले सके."लंदन हाईकोर्ट कोर्ट ने डॉक्टर द्वारा एवी को बड़ा मुआवजा देने का आदेश भी दिया है. मुआवजे को लेकर एवी के वकील ने मीडिया को बताया कि मुआवजा कितना होना चाहिए, यह अभी कैलक्युलेट नहीं किया गया है, लेकिन निश्चित तौर पर यह रकम इतनी बड़ी होगी जिससे पूरी जिंदगी एवी की देखभाल अच्छे से हो सके.
(ये खबर हमारे साथी ईश ने लिखी है)