किसान एकता मोर्चा. सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव है. 20 दिसंबर को अचानक ही इसका फेसबुक पेज बंद कर दिया गया. करीब दो घंटे बाद पेज दोबारा चालू किया गया. लेकिन फेजबुक की तरफ से ऐसे एक्शन ने सवाल ज़रूर खड़े कर दिए हैं.
किसान आंदोलनः फेसबुक ने किसान एकता मोर्चा का पेज अचानक क्यों बंद कर दिया?
जब पेज बंद हुआ तब उस पर योगेंद्र यादव लाइव थे.

कब क्या हुआ?
बात 20 दिसंबर की शाम करीब सात-साढ़े सात बजे की है. जाने-माने एक्टिविस्ट योगेंद्र यादव इस फेसबुक पेज पर लाइव थे, केंद्र सरकार से सवाल कर रहे थे. करीब 14 मिनट ही उन्होंने बोला होगा और अचानक से ये पेज बंद हो गया. लिखा आया-
'स्पैम पर हमारी कम्युनिटी गाइडलाइन्स के उल्लंघन के कारण आपका पेज अनपब्लिश कर दिया गया है.'
फेसबुक की तरफ से स्पैम की बात की गई, यानी हो सकता है कि इस पेज को बार-बार स्पैम रिपोर्ट किया गया होगा. और उस वजह से फेसबुक ने इसे अनपब्लिश किया.समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, अपने एक्शन पर फेसबुक की तरफ से बयान भी आया है. फेसबुक प्रवक्ता का कहना है,
"हमारे रिव्यू के मुताबिक, हमारे स्वचालित सिस्टम ने 'किसान एकता मोर्चा' पेज की गतिविधियों में बढ़ोत्तरी पाई थी, और स्पैम के तौर पर इसकी पहचान की थी, जो कि हमारे कम्युनिटी स्टैंडर्ड्स का उल्लंघन करता है. जब हमें कॉन्टैक्स्ट के बारे में पता चला, तो हमने तीन घंटों के अंदर ही पेज दोबारा शुरू कर दिया."
किसान नेताओं के मुताबिक, फेसबुक ने पेज अनपब्लिश करने से पहले कोई चेतावनी भी नहीं दी.
दो घंटे बाद फिर से चालू
करीब दो घंटे बंद रखने के बाद फेसबुक ने किसान एकता मोर्चा के पेज को फिर से चालू किया. ये तब हुआ जब किसान एकता मोर्चा के IT विंग के हेड बलजीत सिंह फेसबुक के एक्शन पर इंस्टाग्राम पर लाइव थे. वो कह रहे थे,
"मोदी जी के वीडियो के क्लिप्स लेकर उनके जवाब दिए गए थे. जो मोदी जी लोगों के साथ झूठ बोल रहे हैं, जिसकी वजह से इतनी ठंड में किसान दिल्ली सीमा पर बैठा हुआ है. उन लोगों को ये बात डाइजेस्ट नहीं हुई कि पहली बार किसी आदमी ने मोदी जी को जवाब दिया. बहुत घिनौना और घटिया काम किया सरकार ने. उन्होंने हमारा सबसे बड़ा डिजिटल प्लेटफॉर्म, जिसे हमने चार दिन पहले शुरू किया था, उसके साथ ऐसा किया. लेकिन जैसे हम शांति के साथ आंदोलन कर रहे हैं, इस मुद्दे पर भी शांति के साथ बात करेंगे. हमने शिकायत कर दी है. फेसबुक ने कहा कि हमने कम्युनिटी गाइडलाइन्स का उल्लंघन किया है, हम बता दें कि हमने ऐसा कुछ भी अपने पेज पर पोस्ट नहीं किया, जिससे उल्लंघन हो."
बलजीत सिंह का इतना बोलना ही था कि लाइव के दौरान ही उनका फेसबुक पेज दोबारा शुरू कर दिया गया. उन्होंने इस बात की जानकारी भी अपने लाइव वीडियो पर दी. उन्होंने ये भी बताया कि फेसबुक के एक्शन के मुद्दे पर 21 दिसंबर यानी आज सुबह किसान प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करने वाले थे, जिसमें बाकी यूनियन के नेता भी साथ आने वाले थे.
अनपब्लिश होने की जानकारी ट्विटर पर जमकर फैली
किसान एकता मोर्चा का फेसबुक पेज जब अनपब्लिश किया गया, तब संगठन ने अपने इंस्टाग्राम और ट्विटर पर इसका स्क्रीनशॉट डाला. जो देखते ही दखते काफी लोगों के बीच वायरल हो गया. ट्विटर पर इसे ढाई हज़ार से भी ज्यादा लोगों ने रिट्वीट किया. इंस्टाग्राम पर भी 13 हज़ार लोगों ने लाइक किया. फिलहाल किसान एकता मोर्चा का फेसबुक पेज ठीक से चल रहा है.