केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लोकसभा में सरकार के खिलाफ आए अविश्वास प्रस्ताव पर अपना पक्ष रखा. इस दौरान उन्होंने विपक्षी पार्टियों पर जमकर निशाना साधा. BJP सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस के नेता आज मणिपुर की घटना पर राजनीति कर रहे हैं. लेकिन, इन नेताओं को बताना चाहिए कि 1964 के बंगाल दंगों के समय कांग्रेस मौन क्यों थी? 1984 के सिख दंगों के समय जब 4 हजार सिखों को जिंदा जलाया गया था, तब वो मौन क्यों थी? मेरठ के 1978 के दंगों के समय वो मौन क्यों थी? सिंधिया ने आरोप लगाया कि 30 साल तक कश्मीर में हिंसा हुई और 40 हजार लोगों की उसमें मौत हुई, उन घटनाओं पर भी कांग्रेस मौन रही.
'1984 के दंगों में कांग्रेस क्यों मौन थी?' सिंधिया ने अपनी पुरानी पार्टी से बड़े कड़वे सवाल पूछ दिए
संसद में मणिपुर पर मोदी के न बोलने पर सवाल हुआ, तो सिंधिया ने खड़े होकर कांग्रेस पर ताबड़तोड़ सवाल दाग दिए

ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस से सवाल करते हुए आगे बोले,
‘ये लोग (PM मोदी के) मौन व्रत की बात करते हैं. मैं इनसे पूछना चाहता हूं कि 1993 में मणिपुर की जातीय हिंसा में 750 लोगों की जान गई थी, तब तत्कालीन पीएम नरसिम्हा राव ने सदन के अंदर मौन व्रत क्यों धारण किया था? 2011 में जब 100 दिन से ज्यादा वक्त तक नाकाबंदी चली तो पीएम मनमोहन सिंह क्यों चुप रहे थे? ये कैसी राजनीति है?'
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सदन में सीधे राहुल गांधी पर हमला बोला. उन्होंने राहुल के भाषण का जिक्र करते हुए कहा,
INDIA गठबंधन पर सिंधिया ने क्या कहा?‘हमारी कोशिश रहती है कि हम संसद में कभी भी निजी आरोप न लगाएं. हमें व्यक्तिगत आरोप कभी नहीं लगाने चाहिए. लेकिन, जो आरोप कल इस सदन में लगाए गए, उन्हें सुनकर मुझे दुख हुआ. जब राहुल गांधी ने सदन में कहा कि प्रधानमंत्री के लिए मणिपुर हिंदुस्तान का भाग नहीं है. जिस प्रधानमंत्री का उत्तर पूर्वी क्षेत्र के साथ दिल का रिश्ता हो. जिस प्रधानमंत्री ने भारत के दुश्मनों को उत्तर पूर्वी राज्य से खदेड़कर बाहर भेज दिया हो. जिस पीएम के रोम-रोम में भारत माता बसती हों. जिन्होंने कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाने के लिए धारा 370 रद्द की हो. उनके लिए ऐसा सुनकर आश्चर्य हुआ. भारत को अलग-अलग टुकड़ों में देखने की विचारधारा आपकी (कांग्रेस की) है, हमारी नहीं.’
BJP सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने संबोधन के दौरान विपक्षी दलों के गठबंधन पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जो लोग कभी साथ नहीं आए, वो अब सत्ता के लालच में कुनबे की तरह एक साथ आ रहे हैं. सिंधिया आगे बोले,
‘गठबंधन का नाम UPA से INDIA हो गया. ये लोग सिर्फ नाम बदलते हैं, सामान वही है. इनकी दुकान मोहब्बत की नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार की है. ये कहते हैं कि नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान लाएंगे. इनकी खुद की दुकान भ्रष्टाचार, झूठ, तुष्टिकरण की है. केवल इनकी दुकान का नाम बदलता है. सामान वही है.’
सिंधिया ने अंत में ये दावा भी किया कि विपक्ष चाहें जो कर ले, लेकिन 2024 में लगातार तीसरी बार BJP के नेतृत्व वाले NDA गठबंधन की ही प्रचंड जीत होगी.
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