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कांग्रेस के ये नेता CM कमलनाथ के साथ जो कर रहे हैं उससे BJP खुश है!

अपनी ही सरकार के खिलाफ पोल खोल अभियान चला रहे हैं

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ये तस्वीर कांग्रेस सरकार बनने के समय की है. (Photo: Reuters file)
कमलनाथ. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री हैं. अपनों के ही निशाने पर हैं. कुछ दिन पहले किसानों की कर्जमाफी के मसले पर दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह ने सवाल उठाए थे. अब कांग्रेस के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सवाल खड़े किए हैं. दूसरी ओर दिग्विजय सिंह कमलनाथ को सच्चा गोभक्त बनने का चैलेंज दे रहे हैं. भिंड में एक रैली के दौरान सिंधिया ने कहा,
सरकार का जो कर्जमाफी का वादा था वह पूरा नहीं हो पाया. किसानों का सिर्फ 50 हजार रुपये तक का कर्ज माफ हुआ है, जबकि हमने 2 लाख रुपये तक के कर्जमाफी का वादा किया था. इसलिए सरकार को किसान का पूरा कर्जमाफ करने की दिशा पर काम करना चाहिए.
ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस बयान के बाद बीजेपी को कमलनाथ पर हमले का मौका मिल गया. पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर निशाना साधा. उन्होंने ट्वीट किया, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी सिंधिया के बहाने पर कांग्रेस पर हमला बोला, नरोत्तम मिश्रा ने कहा,
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सरकार को आईना दिखाने का काम किया है. जो सरकार झूठ पर आधारित थी, झूठ बोल कर बनी थी, जिसने पहले दिन फाइल पर साइन कर के किसान कर्ज माफी का भ्रम फैलाया जबकि उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बोला था कि 10 दिन में किसान का कर्ज माफ नहीं होगा तो मुख्यमंत्री बदल देंगे. यानी साफ है कि राहुल गांधी ने किसानो से झूठ बोला था'.
दरअसल कांग्रेस ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के अपने वचनपत्र में किसानों का दो लाख रुपये तक का कर्ज माफ करने का वादा किया था. कांग्रेस की जीत के बाद कमलनाथ मुख्यमंत्री बने. उन्होंने एक घंटे के भीतर ही किसान कर्जमाफी के आदेश पर हस्ताक्षर किए थे. किसानों से तीन रंग के अलग-अलग फॉर्म भरवाए गए. मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार लगातार दावा करती रही है कि 20 लाख से अधिक किसानों का कर्ज माफ किया जा चुका है. लेकिन हकीकत कांग्रेस के नेता खुद बता रहे हैं. दूसरी ओर मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सीएम कमलनाथ को बीजेपी से बड़ा और सच्चा गोभक्त बनने का चैलेंज दे रहे हैं. दिग्विजय ने सड़कों पर बैठी गायों का फोटो ट्वीट किया,
यह चित्र है भोपाल इंदौर हायवे का जहॉं आवारा गऊ माता बैठी रहती हैं और लगभग हर दिन ऐक्सिडेंट में मर जाती हैं। कहॉं हैं हमारे गौ माता प्रेमी गौ रक्षक? मप्र शासन को तत्काल इन आवार गौ मात को सड़कों से हटा कर गौ अभ्यरण या गौ शालाओं में भेजना चाहिये। pic.twitter.com/LC6sxPq9Xr
दिग्विजय सिंह ने एक और ट्वीट किया. 'यदि कमल नाथ जी आपने तत्काल ऐसा कर के दिखा दिया तो आप सच्चे गौ भक्तों में गिने जाएंगे और तथा कथित भाजपाई नेताओं को नसीयत मिलेगी'. कांग्रेस ने अपने वचनपत्र में कहा था कि राज्य में सरकार बनने के बाद वह आवारा पशुओं के लिए पंचायत स्तर पर गोशाला खोलेगी, लेकिन सरकार बनने के 10 महीने बाद भी ऐसा नहीं हो पाया है. बीजेपी भी इस मुद्दे पर सरकार को घेर रही है. बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा है कि एकतरफ महाराज कमलनाथ जी के खिलाफ ताल ठोक रहे हैं तो दूसरी ओर राजा चुनौती दे रहे हैं. हालांकि ये भी सच है कि गो माता या पूरा गो वंश सड़कों पर है तो इन्हीं "श्रीमान" के कारण है. अब क्या चुनौती स्वीकार करेंगे कमलनाथ जी?' तो क्या मध्यप्रदेश में कांग्रेस में सब ठीक नहीं चल रहा है? ये सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं कि कई मुद्दों पर गुटबाजी खुलकर सामने आ चुकी है.
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