पूरा मामला क्या है?

पुलिस हिरासत में ज्योति रंधावा और महेश विराजदार.
दुधवा टाइगर रिजर्व. बाघों के संरक्षण के लिए बना है. नेपाल से सटा हुआ है. सीमाएं लगती हैं लखीमपुर-खीरी और बहराइच जिले से. इसमें पड़ता है कर्तनिया घाट वन्यजीव विहार. इसी कर्तनिया घाट में गोल्फर ज्योति रंधावा और शूटर महेश विराजदार हरियाणा के नंबर (HR26 DN 5299 की लाल रंग की Isuzu लेकर पहुंचे थे. वन विभाग को 25 दिसंबर की रात में जंगल में हरियाणा नंबर की गाड़ी दिखी, तो उसे रोककर तलाशी ली गई. दुधवा टाइगर रिजर्व के फिल्ड डायरेक्टर रमेश कुमार के मुताबिक अवैध तरीके से जंगल में घुसने और शिकार करने के आरोप में दोनों को जंगल में कंपार्टमेंट नंबर 5 के पास से गिरफ्तार कर लिया गया. उनकी तलाशी के दौरान आधार कार्ड और पैन कार्ड बरामद हुआ, जिससे दोनों लोगों की पहचान हो सकी है. उनके पास से A 22 राइफल के साथ ही जंगली मुर्गे, सुअर और सांभर की खालें भी बरामद हुई हैं.
कौन हैं ज्योति रंधावा

ज्योति रंधवा और उनके साथी महेश विराजदार के पास से मिला सामान.
ज्योति रंधावा का पूरा नाम है ज्योति सिंह रंधावा. 2004 से 2009 के बीच ऑफिशल वर्ल्ड गोल्फ रैंकिंग में इन्हें दुनिया के 100 गोल्फरों में शामिल किया गया था. ज्योति रंधावा ने 1994 से प्रोफेशनल तौर पर गोल्फ खेलना शुरु किया था. उन्होंने एशियन टूर के 8 खिताब अपने नाम किए हैं. ज्योति रंधावा 2005, 2007, 2008 और 2009 मं गोल्फ वर्ल्ड कप में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. इसके अलावा रंधावा हाल ही में प्रोफेशनल तौर पर शूटर बने हैं और नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप का हिस्सा बन चुके हैं. इनकी एक पहचान ये भी है कि ज्योति रंधावा फिल्म ऐक्ट्रेस चित्रांगदा सिंह के बेटे के पिता हैं और 2014 में दोनों का तलाक हो चुका है.