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जम्मू-कश्मीर में सेना ने आतंकी को मार गिराया, लेकिन कैप्टन दीपक सिंह को खो दिया

जम्मू-कश्मीर के डोडा में सुरक्षबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हो गई. इस दौरान भारतीय सेना में कैप्टन दीपक सिंह की गोली लगने से मौत हो गई. मुठभेड़ में एक आतंकवादी भी मारा गया है.

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सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में मारे गए कैप्टन दीपक सिंह हॉकी भी बढ़िया खेलते थे. (तस्वीर:सोशल मीडिया)

स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले जम्मू-कश्मीर के डोडा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हो गई. इस दौरान भारतीय सेना में कैप्टन दीपक सिंह शहीद हो गए. बाद में एक आतंकवादी को सेना ने मार गिराया. घटनास्थल से चार बैग मिले हैं जिनमें खून लगा है. इससे समझा जा रहा है कि मुठभेड़ में चार आतंकवादी मारे गए हैं. हालांकि, जब तक उनके शव बरामद नहीं होते तब तक उनके मारे जाने की पुष्टि नहीं की जा सकती. इसके अलावा एक नागरिक के घायल होने की बात भी सामने आई है.

रिपोर्ट्स के मुताबिक आतंकी अस्सर नदी के किनारे छिपे हैं. इलाके में अभियान अब भी जारी है. आतंकवादियों के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) से जुड़े होने का संदेह है. डोडा में ये पिछले 30 दिनों में दूसरा आतंकी हमला है. जम्मू में लगातार बढ़ती आतंकी घटनाओं को देखते हुए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज एक अहम बैठक बुलाई है.

सेना और पुलिस ने चलाया संयुक्त सर्च ऑपरेशन

पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, उधमपुर में 13 अगस्त की शाम करीब छह बजे सुरक्षाबलों को आतंकवादियों की मौजूदगी का पता चला था. आधे घंटे बाद उनके बीच मुठभेड़ शुरू हो गई. गोलीबारी के बाद  कुछ आतंकी उधमपुर जिले के पटनीटॉप के पास के जंगल से डोडा में घुस आए थे. सुरक्षाबलों ने रातभर में इलाके को चारों ओर से घेर लिया. 14 अगस्त की सुबह फिर से सर्च ऑपरेशन शुरू किया. इस दौरान सुबह 7.30 बजे एक बार फिर से आतंकवादियों और जवानों के बीच गोलीबारी शुरू हो गई. इस मुठभेड़ में कैप्टन दीपक सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए. इलाज के लिए उन्हें सैन्य अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली. घटना स्थल से एम-4 कार्बाइन भी बरामद की गई हैं. 

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हॉकी के शानदार खिलाड़ी थे कैप्टन दीपक सिंह

भारतीय सेना ने कैप्टन दीपक सिंह की मौत पर गहरी संवेदना व्यक्त की है. सेना ने कहा कि ‘व्हाइट नाइट कोर’ के सभी रैंक बहादुर कैप्टन दीपक सिंह के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं. कैप्टन दीपक सिंह 48 राष्ट्रीय राइफल्स में सिग्नल अधिकारी के पद पर तैनात थे. वे क्विक रिएक्शन टीम का नेतृत्व कर रहे थे जो डोडा के अस्सर में छिपे आतंकियों की तलाश में जुटी थी. देहरादून के रहने वाले कैप्टन दीपक सिंह एक शानदर हॉकी खिलाड़ी भी थे. 12वीं के बाद उन्हें SSB (सशस्त्र सीमा बल) की परीक्षा पास करके आर्मी ज्वाइन की थी.

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