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गाजा में सीजफायर को मंजूरी, बंधकों की रिहाई के प्लान को भी इजरायली कैबिनेट की मुहर

दो साल पहले 7 अक्टूबर 2023 को शुरू हुए इजरायल और हमास के बीच संघर्ष को किनारा मिलने वाला है. अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के गाजा पीस प्लान के पहले चरण को इजरायल ने मंजूरी दे दी है.

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इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (India Today)

दक्षिणी गाजा के शहर खान यूनिस में मोहम्मद अल फर्रा खुश भी हैं और दुखी भी. 7 अक्टूबर 2023 से इजरायल और हमास के बीच चल रही जंग खत्म होने वाली है. इजरायल के कैबिनेट ने शुक्रवार की सुबह ऐलान किया कि गाजा में सीजफायर और इजरायली बंधकों की रिहाई की योजना को मंजूरी दे दी गई है. दो साल तक चली इस जंग में दोनों ओर से हजारों नागरिक मारे गए. 

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द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार, मोहम्मद अल-फर्रा भी उनमें से एक हैं, जिन्होंने इस खूनी संघर्ष में अपने परिवार और दोस्तों को खोया है. वह कहते हैं कि सीजफायर से खुश होने के बावजूद वह अपने भविष्य के बारे में सोचकर दुखी हो जाते हैं क्योंकि संघर्षविराम के बाद अपने जिन इलाकों में वह जाना चाहते हैं, वो रहने लायक नहीं हैं.

गाजा में ही नहीं, तेल अवीव में भी खुशी का माहौल है. गुरुवार 9 अक्टूबर 2025 को जेरूसलम में शेरोन कैनोट अपने दोस्तों के साथ शैंपेन पीकर जश्न मना रहे हैं. वह कहते हैं कि आज खुशी का दिन है. सुबह से ही वह रोते रहे क्योंकि दो साल से वह एक युद्ध के सदमे में थे, जो अब शायद समाप्त होने वाला है.

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ये सब तब हो रहा है जब अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के ‘गाजा पीस प्लान’ के पहले चरण को इजरायल ने मंजूरी दे दी. इसके बाद शुक्रवार, 10 अक्टूबर 2025 को इजरायल की कैबिनेट ने गाजा में सीजफायर और इजरायली बंधकों की रिहाई का रास्ता साफ करने वाली योजना को भी पास कर दिया. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के दफ्तर ने जानकारी देते हुए बताया कि इजरायली बंधकों की रिहाई के लिए समझौते की रूपरेखा को कैबिनेट ने मंजूर कर लिया है. 

हालांकि, इसमें पीस प्लान के अन्य बिंदुओं के बारे में कुछ नहीं कहा गया है. लेकिन, इस प्लान को कैबिनेट में मंजूर करा पाना नेतन्याहू के लिए आसान नहीं था. अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, जब इस समझौते के लिए मतदान हो रहा था, तब कुछ दक्षिणपंथी इजरायली दलों ने इसका विरोध किया. राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन-गवीर ने बेंजामिन नेतन्याहू से कह दिया था कि वे ऐसे किसी भी सरकार का हिस्सा नहीं रहेंगे जो गाजा में हमास के शासन को जारी रहने दे.

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वापस लौटेगी इजरायली सेना

इजरायल की ओर से सीजफायर की मंजूरी के बाद उम्मीद की जा रही है कि गाजा के एक बड़े हिस्से से इजरायली सेना वापस लौट जाएगी. साथ ही दोनों देश बंधकों की अदला-बदली भी करेंगे. हमास की ओर से बातचीत के अगुआ खलील-अल-हय्या ने कहा कि अमेरिका समेत दुनिया के कई मध्यस्थों ने ये गारंटी दी है कि पहले चरण के सीजफायर की मंजूरी का मतलब है कि अब जंग रुक जाएगी. गाजा में 24 घंटे के अंदर हमले रुक जाएंगे और इसके 72 घंटे के अंदर हमास को इजरायली बंधकों को रिहा करना होगा. 

हमास के ही एक अन्य सूत्र ने एएफपी को बताया कि गाजा में युद्ध समाप्त करने के समझौते के पहले चरण के तहत हमास 20 जीवित बंधकों के बदले 2 हजार फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा. यह समझौता लागू होने के 72 घंटों के भीतर होगा. 

इजरायल के हमले जारी

हालांकि, सीजफायर को लेकर चल रही कैबिनेट मीटिंग के कुछ घंटों पहले तक इजरायल गाजा पर बम बरसा रहा था. ‘द हिंदू’ कि रिपोर्ट के अनुसार, फिलीस्तीनी सिविल सिक्योरिटी ने बताया कि गुरुवार 9 अक्टूबर को गाजा में कई जगहों पर विस्फोट देखे गए, जिसमें 2 लोगों की मौत हुई है. वहीं, इमारत के मलबे में 40 लोगों के दबे होने की खबर है.  गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में कम से कम 11 फिलीस्तीनियों के शव और 49 घायल अस्पताल पहुंचे हैं.

एक इजरायली अधिकारी ने ‘द हिंदू’ को नाम न बताते हुए कहा कि इजरायल गाजा के उन इलाकों पर हमला कर रहा है, जो उसके सैनिकों पर खतरा पैदा कर रहे हैं.

2 साल में हजारों की मौत

अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, अक्टूबर 2023 से अब तक गाजा पर इजरायल के हमले में कम से कम 67 हजार 194 लोग मारे गए हैं. 1 लाख 69 हजार 890 घायल हुए हैं. माना जा रहा है कि हजारों लोग इमारतों के मलबे में दबे हैं. वहीं, दो साल से चल रही जंग में इजरायल में कुल 1 हजार 139 लोग मारे गए और तकरीबन 251 लोगों को बंदी बना लिया गया.

वीडियो: दुनियादारी: क्या अब खत्म होगी इजरायल और हमास के बीच लड़ाई, ट्रंप ने क्या खेल कर दिया?

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