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ईरान का दावा, अस्पताल नहीं इस जगह पर गिराई थी मिसाइल

ईरानी हमले में दक्षिणी इज़राइल के बीयर शेवा शहर में स्थित सोरोका मेडिकल सेंटर को निशाना बनाया गया. यह अस्पताल पूरे दक्षिणी इलाके का सबसे बड़ा अस्पताल है, जहां 1,000 से ज्यादा बेड हैं

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ईरानी हमले के बाद इज़रायल के सोरोका अस्पताल की तस्वीर. (India Today)

ईरान ने दक्षिणी इज़रायल में स्थित एक अस्पताल पर हमला किया था. अब इस हमले पर ईरान की तरफ से बयान आया है. ईरान का कहना है कि उनके निशाने पर इज़रायल का सैन्य ठिकाना था, जो उसी इलाके में था जहां अस्पताल है. ईरान की सरकारी न्यूज़ एजेंसी IRNA ने कहा,

हमले में मेन टारगेट इज़़रायली सेना की कमान और गाव-यम टेक्नोलॉजी पार्क में बने खुफिया बेस IFD C4I था, जो सोरोका अस्पताल के आसपास स्थित है.

ईरान का कहना है कि उन्होंने हमला इन्हीं सैन्य ठिकानों पर किया था लेकिन अस्पताल उस हमले की चपेट में आ गया.

ईरान द्वारा किए गए मिसाइल हमलों में इज़रायल के अलग-अलग हिस्सों में कम से कम 47 लोग घायल हुए हैं. यह जानकारी Reuters ने राहत टीमों के हवाले से दी है जो हमले की जगहों पर पहुंची थीं. वीडियो फुटेज में देखा गया कि लोग मलबे और धूल से भरे गलियारों में दौड़ रहे थे, और डॉक्टर अस्पताल की इमारत के बाहर खड़े थे, जहां चारों तरफ तबाही नजर आ रही थी.

हमलों में दक्षिणी इज़रायल के बीयर शेवा शहर में स्थित सोरोका मेडिकल सेंटर को निशाना बनाया गया. यह अस्पताल पूरे दक्षिणी इलाके का सबसे बड़ा अस्पताल है, जहां 1,000 से ज्यादा बेड हैं और यह लगभग 10 लाख लोगों को इलाज मुहैया कराता है.

अस्पताल के प्रवक्ता ने कहा,

“अस्पताल को नुकसान पहुंचा है और कई इलाकों में भारी तबाही हुई है. हम नुकसान और घायलों का आकलन कर रहे हैं. फिलहाल आम लोगों से अनुरोध है कि अस्पताल न आएं.”

इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमले के बाद कहा,

“आज सुबह ईरान के आतंकवादी तानाशाहों ने सोरोका अस्पताल और इज़रायल के नागरिक इलाकों पर मिसाइलें दागीं. हम तेहरान के तानाशाहों से इसका पूरा बदला लेंगे.”

इजरायली सरकार के मुताबित ईरान ने करीब 400 मिसाइलें और सैकड़ों ड्रोन इज़रायल पर दागे. इन हमलों में कम से कम 24 लोगों की मौत हुई है और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं.

द हिंदू अखबार ने वॉशिंगटन स्थित एक ईरानी मानवाधिकार संगठन के हवाले से लिखा है कि ईरान में अब तक कम से कम 639 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 263 आम नागरिक शामिल हैं. इसके अलावा 1,300 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.

दोनों देशों के बीच तब शुरू हुआ था जब 12-13 जून की रात इज़रायल ने अचानक एक बड़ा हवाई हमला किया था, जिसमें ईरानी सैन्य ठिकानों, वरिष्ठ अधिकारियों और परमाणु वैज्ञानिकों को निशाना बनाया गया था.

इज़रायल ने अब ईरान के फैले हुए परमाणु कार्यक्रम पर ताज़ा हमला करते हुए अराक हेवी वॉटर रिएक्टर (Arak Heavy Water Reactor) को निशाना बनाया है. यह हमला संघर्ष के सातवें दिन हुआ है.

वीडियो: मास्टरक्लास: ईरान और इजरायल की दुश्मनी की असल वजह क्या है?