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IIT मद्रास प्रोफेसर सुसाइड मामले में सुपरवाइजर प्रोफेसर सस्पेंड, 'उत्पीड़न' की बात सामने आई

IIT मद्रास के पीएचडी स्कॉलर सचिन कुमार जैन ने बीती 31 मार्च को आत्महत्या कर ली थी. सचिन ने आत्महत्या से पहले वॉट्सऐप पर एक स्टेटस डाला था. इसमें लिखा था कि मुझे माफ करना, मैं बहुत अच्छा नहीं हूं. अब इस मामले में नया अपडेट आया है.

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साल 2018 से IIT मद्रास में सुसाइड के 12 केस आ चुके हैं. (सांकेतिक तस्वीर: ANI)

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास (IIT Madras) में एक पीएचडी स्कॉलर की कथित आत्महत्या के मामले में एक प्रोफेसर को निलंबित कर दिया गया है. रिसर्च स्कॉलर सचिन कुमार जैन के आत्महत्या करने के बाद कॉलेज प्रशासन ने 5 सदस्यों की एक टीम को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा था. जांच के बाद कॉलेज प्रशासन ने आशीष कुमार सेन नाम के प्रोफेसर को सस्पेंड कर दिया है.

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इंडिया टुडे से जुड़ीं शिल्पा नायर की रिपोर्ट के मुताबिक, कॉलेज प्रशासन का कहना है कि जांच समिति की सिफारिश के आधार पर ही प्रोफेसर सेन को निलंबित किया गया है. वो मृतक स्कॉलर के पीएचडी सुपरवाइजर थे. बीती 31 मार्च को आशीष ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी. वो IIT मद्रास के मैकेनिकल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट में प्रोफेसर थे.

रिपोर्ट के मुताबिक कॉलेज के स्टूडेंट्स और मृतक के परिजनों ने प्रोफेसर सेन पर 'सचिन जैन का उत्पीड़न' करने का गंभीर आरोप लगाया था. कहा गया कि उनके उत्पीड़न से परेशान होकर ही सचिन ने ऐसा कदम उठाया. इसके बाद पांच सदस्यों की जांच समिति बनाई गई. इस जांच समिति की अध्यक्षता पूर्व डीजीपी जी थिलागावती ने की.

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मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कॉलेज प्रशासन ने बताया कि बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के निर्देश पर सेन को सस्पेंड किया गया है. उसके मुताबिक इस मामले में सभी उचित कदम उठाए जा रहे हैं.

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वहीं, संस्थान के छात्र संगठन ने इस कार्रवाई के बाद कॉलेज प्रशासन को शुभकामनाएं दीं. कहा कि यह उन सभी विद्यार्थियों की जीत है जिन्होंने इस मामले में आवाज उठाई थी. अपने बयान में संगठन ने इस कार्रवाई को एक मजबूत और हिम्मती कदम बताया है.

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क्या हुआ था?

बीती 31 मार्च को सचिन जैन वेलाचेरी स्थित अपने घर के डाइनिंग हॉल में मृत पाए गए थे. 32 साल के सचिन ने आत्महत्या से पहले वॉट्सऐप पर एक स्टेटस डाला था. इसमें लिखा था- मुझे माफ करना, मैं बहुत अच्छा नहीं हूं. 

सचिन जैन पश्चिम बंगाल के रहने वाले थे. इंडिया टुडे ने पुलिस के हवाले से बताया है कि घटना की सुबह वो आईआईटी मद्रास के गुइंडी कैंपस गए थे. क्लास के बाद किसी को बिना कुछ बताए वो अपने किराए के घर लौट गए थे.

इससे पहले IIT मद्रास के विद्यार्थी निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए धरने पर बैठ गए थे. (तस्वीर साभार: इंडिया टुडे)

जब उनके दोस्तों ने उनको कैंपस में नहीं देखा तो खोजबीन शुरू की. उनको सचिन का वॉट्सऐप स्टेटस दिखा. फिर सब उनके किराए के घर पहुंचे जहां उन्हें मृत पाया गया. इस मामले में संस्थान में पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों ने प्रदर्शन भी किया था. उन्होंने इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की थी. साथ ही उन्होंने जांच समिति के समक्ष पेश होने वाले सभी लोगों के लिए सुरक्षा की भी मांग की थी. अब इस मामले में प्रोफेसर आशीष कुमार सेन को निलंबित कर दिया गया है.

सचिन की आत्महत्या के बाद IIT मद्रास में सुसाइड का एक और मामला सामने आया था. इसी साल 21 अप्रैल को PhD कर रहे एक छात्र केदार सुरेश ने कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी. केदार यहां केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे थे. वो सेकेंड ईयर के विद्यार्थी थे. उन्हें उनके हॉस्टल रूम में मृत पाया गया था.

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