The Lallantop

सरकार चाहे किसी की भी हो, BCCI राजीव शुक्ला की क्यों 'चलती' है?

राजीव शुक्ला को लेकर क्रिकेट जगत के गलियारों में ये चर्चा होती रहती है कि कोई भी काम हो, वो समाधान निकाल लेते हैं.

post-main-image
राजीव शुक्ला. (फाइल फोटो)

हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रभारी और राज्यसभा सांसद राजीव शुक्ला राजनीति के साथ-साथ क्रिकेट में भी लंबे समय से सक्रिय रहे हैं. सत्ता में कोई भी हो, लेकिन क्रिकेट बोर्ड में हमेशा राजीव शुक्ला रहते हैं. राजीव शुक्ला को लेकर क्रिकेट जगत के गलियारों में ये चर्चा होती रहती है कि 'कोई भी काम हो, वो समाधान निकाल लेते हैं'. आखिर क्यों BCCI में हमेशा उनका सिक्का चलता है? दी लल्लनटॉप के संपादक सौरभ द्विवेदी को दिए एक इंटरव्यू में राजीव शुक्ला ने इसके बारे में बताया है. उन्होंने कहा,

‘इसके पीछे का कोई गुरुमंत्र नहीं है. मेरे कुछ उसूल हैं, जैसे कि मैं किसी पर कोई व्यक्तिगत हमला नहीं करता हूं. नीतियों के आधार पर मैं आलोचना करता हूं, लेकिन व्यक्तिगत नहीं. जब आप किसी संस्था में काम करते हैं, तो कोशिश ये रहती है कि संस्था कैसे अच्छी तरह चले. जहां लड़ाई-झगड़ा होता है, वो संस्था सही से नहीं चल पाती है. हमने हमेशा पॉजिटिव दृष्टिकोण अपनाया है, कोई नकारात्मक काम नहीं किया.’

शुक्ला ने आगे कहा,

‘मैंने बतौर मंत्री सांसद रहते हुए एक भी चिट्ठी किसी के खिलाफ नहीं लिखी, लेकिन हजारों चिट्ठियां लोगों की मदद के लिए लिखी हैं. जो द्वेष करता है, उसे उसकी सजा भुगतनी पड़ती है. मैं ऐसा नहीं करता हूं’

राजीव शुक्ला साल 2011 से लेकर 2017 तक IPL कमिश्नर थे. इसके बाद साल 2020 में वह निर्विरोध उपाध्यक्ष चुने गए थे.

शुक्ला ने 2000 के दशक की शुरुआत में अखिल भारतीय लोकतांत्रिक कांग्रेस पार्टी के जरिए राजनीति में कदम रखा था और सांसद बने थे. बाद में ये पार्टी कांग्रेस में शामिल हो गई थी. कानपुर के रहने वाले राजीव शुक्ला इसी दौरान उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ में शामिल हुए थे.

हिमाचल चुनाव 2022: गद्दी चरवाहे ने भेड़-बकरी पालन के बारे में लल्लनटॉप को चौंकाने वाली बातें बताई!