जस्टिस हेमा कमेटी की रिपोर्ट सामने आने के बाद मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में इसका असर दिखने लगा है. मलयालम मूवी आर्टिस्ट एसोसिएशन (AMMA) की 17 सदस्यों की टीम ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. अभिनेता मोहनलाल की अध्यक्षता वाले इस संगठन के सदस्यों ने अपना इस्तीफा नैतिकता के आधार पर दिया है. एसोसिएशन ने बताया है कि नई गवर्निंग बॉडी का गठन जल्द ही किया जाएगा.
मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं का 'सुनियोजित' शोषण, एक्टर मोहनलाल समेत पूरी AMMA टीम का इस्तीफा
मलयालम मूवी आर्टिस्ट एसोसिएशन (AMMA) की 17 सदस्यों की टीम ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. अभिनेता मोहनलाल की अध्यक्षता वाले इस संगठन के सदस्यों ने अपना इस्तीफा नैतिकता के आधार पर दिया है.

इंडिया टुडे की शिबीमोल की एक रिपोर्ट के अनुसार, AMMA के कुछ सदस्यों के खिलाफ यौन शोषण का मामला सामने आने के बाद 27 अगस्त को संगठन के लोगों ने इस्तीफा देने का फैसला किया. संगठन ने अपने बयान में लिखा,
“हमें उम्मीद है कि AMMA को एक नया नेतृत्व मिलेगा जो संगठन में नए सिरे से सुधार करने और उसे मजबूत बनाने में सक्षम होगा. आलोचना और सुझाव के लिए सभी का धन्यवाद.”
संगठन ने ये भी बताया कि नई गवर्निंग बॉडी को चुनने के लिए दो महीने के भीतर ही एक बैठक बुलाई जाएगी. मोहनलाल के अलावा कमेटी में अभिनेता जगदीश, जयन चेरथला, बाबूराज, कलाभवन शाजोन, सूरज वेंजारामूडु, जॉय मैथ्यू, सुरेश कृष्णा, अनन्या, वीनू मोहन, टोविनो थॉमस, सरयू, अंसिबा, जोमोल और टिनी टॉम शामिल थे.
‘द हिंदू’ की रिपोर्ट के अनुुसार, जून 2024 में अभिनेता मोहनलाल को AMMA का निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया था. फिल्म कलाकारों के निकाय के प्रमुख के रूप में यह अभिनेता का लगातार तीसरा कार्यकाल था.
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इससे पहले एक्टर सिद्दीकी और AMMA के महासचिव ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. उन पर एक महिला अभिनेत्री ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. इसके बाद उन्होंने एक मीडिया संस्थान से बात करते हुए कहा, "मैंने संगठन के अध्यक्ष को अपना आधिकारिक इस्तीफा सौंप दिया है. चूंकि मेरे खिलाफ आरोप लगे थे, इसलिए मैंने पद से हटने का फैसला किया है."
हेमा कमेटी की रिपोर्ट क्या है?मलयालम सिनेमा जगत के काले चिट्ठे खोलती 235 पन्नों की एक पूरी रिपोर्ट पिछले दिनों पेश हुई जिसे जस्टिस के हेमा के नेतृत्व में बनी कमेटी ने तैयार किया है. ये रिपोर्ट बताती है कि मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में कैसे सुनियोजित तरीके से महिलाओं का शोषण किया जाता है. कमेटी ने इंडस्ट्री की कुछ ऐसी महिलाओं से बात की थी जिनकी उम्र 30 साल से कम है. इन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में अलग-अलग स्तर पर काम किया और उस दौरान शोषण झेलना पड़ा.
इन महिलाओं से बातचीत के आधार पर शोषण करने के कम से कम 17 तरीकों की पहचान की गई है. इसमें इंडस्ट्री में जगह बनाने की इच्छुक महिलाओं के साथ होने वाले कास्टिंग काउच, यौन उत्पीड़न, दुर्व्यवहार और हमले शामिल हैं. जहां महिलाओं पर अक्सर भूमिकाएं सुरक्षित करने या ब्लैकलिस्ट होने से बचने के लिए यौन संबंधों का दबाव तक डाला जाता है. हेमा समिति की रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद लोगों ने मोहनलाल, ममूटी, फहद फ़ासिल सहित कई बड़े एक्टर की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं.
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