हायाबूसा 2 अंतरिक्ष से ऐसी चीज़ लेकर आया है जो पहले कभी नहीं आई थी
अंतरिक्ष से लाए गए सैम्पल्स को कैप्सूल के जरिए धरती पर गिराया गया.
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जापान का स्पेसक्राफ्ट हायाबुसा-2 और उसके सैंपल्स वाला कैप्सूल.इसमें अंतरिक्ष से लाई गई गैस भी है.(JAXA/ASA)
हायाबूसा 2 मिशन सफल रहा है. इस मिशन में एस्ट्रॉयड के धरातल से सैंपल लाने का टास्क था. यह काम पूरा कर लिया गया है. जापान की एरोस्पेस एक्प्लोरेशन एजेंसी जाक्सा के मुताबिक, ऐसा पहली बार हुआ है कि गहरे स्पेस से गैस के सैंपल लाए गए हों. 6 दिसंबर को आए थे सैंपल धरती पर इन सैंपल को 6 दिसंबर को गिराया गया. यह काम दक्षिणी ऑस्ट्रेलिया की एक साइट पर किया गया. इस तरह के सैंपल एक कैपसूल के जरिए लाए गए जिसे जाक्सा की टीम ने सहेज लिया. इस कैप्सूल के मिलते ही सैंपल के कुछ शुरुआती टेस्ट किए गए और उसके बाद उन्हें जापान भेज दिया गया. जहां पर जांच से पता चला है कि हायाबूसा 2 बाकी सामान के साथ गैस लाने में भी सफल रहा है.
क्या था हायाबूसा 2 मिशन ये मिशन छह साल पहले लॉन्च हुआ था. इसे एक ऐस्टेरॉयड के सैंपल पृथ्वी तक लाने के लिए भेजा गया था. हायाबुसा-2 अब वापस आ गया है, और ये पेटी भरके सामान लाया है. इस पेटी में भरा सामान ब्रह्माण्ड के नए राज़ उजागर कर सकता है. इन सब सामानों में कई बातों का खुलासा तो पहले हुआ है लेकिन गैस लाने की बात का पता पहली बार चला है. यह पहली बार होगा कि ब्रह्माण्ड की इतनी गहराई से गैस को धरती पर लाया गया हो. JAXA ने 3 दिसंबर 2014 को हायाबुसा-2 मिशन लॉन्च किया. ये पूरी तरह एक रोबॉटिक स्पेसक्राफ्ट था. यानी इसमें कोई इंसान बैठ के नहीं गया. इस मिशन को एक ऐस्टेरॉयड के पास भेजा गया. मकसद था उस ऐस्टेरॉयड को स्टडी करना. और उसके सैंपल्स पृथ्वी पर वापस लाना. इतने पर ही हायाबूसा 2 मिशन का काम खत्म नहीं हुआ है. यह अपने काम में लगा है और स्पेस की गहराई के सफर पर फिर से जा रहा है. 2021 के आखिर में यह एक बार फिर रायुगु नाम के ऐस्टेरॉयड से सैंपल दुनियाभर की 6 साइंटिस्ट की टीमों को देगा. यह काम करने के बाद भी यह आगे के मिशन पर काम करता रहेगा. हायाबूसा 2 मिशन का पूरा तियां-पांचा यहां क्लिक करके पढ़ा जा सकता है.
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