The Lallantop

कभी नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री रहे जय नारायण व्यास ने BJP क्यों छोड़ दी?

जय नारायण व्यास ने कहा कि उनके लिए कांग्रेस और AAP का ऑप्शन खुला हुआ है.

post-main-image
जय नारायण व्यास (Credit-Aajtak)

गुजरात चुनाव (Gujarat Assembly Election 2022) से ठीक पहले वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री जय नारायण व्यास (JN Vyas) ने BJP से इस्तीफा दे दिया. वे लंबे समय से बीजेपी में थे. जब केशूभाई पटेल (Keshubhai Patel) और उनके बाद नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) गुजरात के सीएम थे, तब जय नारायण व्यास दोनों की सरकारों में मंत्री रह चुके हैं. फिलहाल जय नारायण व्यास ने कोई नई पार्टी ज्वॉइन करने का ऐलान नहीं किया है.  

अभी कुछ दिनों पहले ही जय नारायण व्यास ने कांग्रेस नेता और राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत से मुलाकात की थी. तभी से उनके बीजेपी छोड़ने के कयास लगाए जा रह थे. वहीं इस्तीफा देने के बाद जय नारायण व्यास ने कहा कि उनके लिए कांग्रेस और AAP का ऑप्शन खुला हुआ है. उन्होंने BJP छोड़ने को लेकर कहा,

“यह सच है कि मैंने इस्तीफा दे दिया. पार्टी के संगठन में बैठे लोग चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं और वे गुटबाजी में लिप्त रहते हैं. वे नेताओं को हटाने और बदलने के लिए एक-एक करके उन्हें निशाना बना रहे हैं. मेरे पास कांग्रेस और AAP का ऑप्शन खुला हुआ है.अब कार्यकर्ताओं से बात करके ही किसी पार्टी में जाने का फैसला लूंगा.”

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जय नारायण व्यास लंबे समय से नाराज चल रहे थे. बताया जा रहा है कि 2017 विधानसभा चुनावों में टिकट कटने से वो नाराज़ थे और इस चुनाव में भी टिकट की उम्मीद नहीं थी. 

जय नारायण व्यास के पार्टी छोड़ने पर बीजेपी की प्रतिक्रिया भी आई है. गुजरात BJP अध्यक्ष सीआर पाटिल ने कहा कि संभव है कि टिकट न दिए जाने से नाराज होकर जय नारायण व्यास ने पार्टी छोड़ी हो. उन्होंने कहा,

“जय नारायण व्यास 32 साल से BJP में हैं. वे पिछले 10 सालों में दो बार चुनाव हारे, फिर भी BJP ने उन्हें टिकट दिया. अब  BJP ने फैसला किया कि 75 साल से ज्यादा उम्र के नेताओं को टिकट नहीं दिया जाएगा. इसीलिए उन्होंने (जय नारायण व्यास) पार्टी छोड़ी होगी.”

Gujarat Assembly Election

इससे पहले चुनाव आयोग ने 3 नवंबर को गुजरात चुनाव की तारीखों की घोषणा की थी. गुजरात में दो चरणों में विधानसभा चुनाव होना है. पहले चरण में 89 सीटों पर 1 दिसंबर, तो दूसरे चरण में 93 सीटों पर 5 दिसंबर को वोटिंग होगी, जबकि गुजरात चुनाव के नतीजे हिमाचल प्रदेश के साथ ही 8 दिसंबर को आएंगे. 

Video- नेता नगरी: गुजरात चुनाव पर मोरबी हादसे का कितना असर पड़ेगा?