The Lallantop

"हरे झंडे हटाओ, भगवा लगाओ"- धीरेंद्र शास्त्री और देवकीनंदन ठाकुर के खिलाफ FIR दर्ज

पुलिस का कहना है कि इस बयान के बाद कुछ लोगों ने कुंभलगढ़ किले में उत्पात मचाने की कोशिश की.

Advertisement
post-main-image
देवकीनंदन ठाकुर और धीरेंद्र शास्त्री (फोटो: आजतक)

बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री और कथावाचक देवकीनंद ठाकुर के खिलाफ FIR दर्ज हुई है. दोनों के ऊपर धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप लगे हैं. दोनों राजस्थान के उदयपुर में आयोजित एक धर्म सभा में पहुंचे थे. आरोप है कि इसी दौरान उन्होंने धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाले बयान दिया. कथित तौर पर कुंभलगढ़ किले पर लगे हरे झंडों को हटाकर भगवा झंडे फहराने के लिे कहा. दोनों के खिलाफ हाथीपोल थाने में FIR दर्ज की गई है.

Advertisement
बाबा ने क्या कहा?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उदयपुर के गांधी ग्राउंड में 23 मार्च को आयोजित धर्म सभा में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने विवादित बयान दिया. अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि हिंदुओं को जातियों में बांटना बंद करना होगा. सभी हिंदुओं को एक होना पड़ेगा. आरोप है कि उन्होंने अपने भाषण के दौरान कहा,

'डरते तो हम किसी के बाप से नहीं हैं. डरते तो वो हैं, जो बुजदिल होते हैं. हम तो वो हैं, जो कुंभलगढ़ किले में भी भगवा झंडा लगवाकर मानेंगे.'

Advertisement

आजतक से जुड़े महेंद्र नामदेव की रिपोर्ट के मुताबिक, धीरेंद्र शास्त्री के भाषण के बाद पांच लोगों ने कुंभलगढ़ दुर्ग पहुंचकर वहां उत्पात मचाया. उदयपुर के एडिशनल एसपी चंद्रसेन ठाकुर ने घटना की पुष्टि की. उन्होंने बताया कि धीरेंद्र शास्त्री और देवकीनंदन ठाकुर के खिलाफ IPC की धारा 153 (धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाना) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.

एडिशनल एसपी चन्द्रशील ठाकुर ने बताया कि धीरेंद्र शास्त्री ने समुदायों के बीच विवाद बढ़ाने वाले भड़काऊ शब्दों का प्रयोग किया. इसी बयान के बाद गुरुवार रात कुछ युवाओं ने कुंभलगढ़ किले में उत्पात मचाने की कोशिश भी की. इनमें से 5 युवाओं को गिरफ्तार किया गया है. इन सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. 

वीडियो: धीरेंद्र शास्त्री का मुंबई में कार्यक्रम था, कथा खत्म हुई और महिलाएं थाने पहुंच गईं

Advertisement

Advertisement