अधिकारी के जवाब से हुए 'आग बबूला'
मामला गुरुवार 10 फरवरी का है. चुनाव के पहले चरण के तहत यूपी की 58 विधानसभा सीटों पर वोटिंग चल रही थी. इनमें मेरठ की सरधना सीट भी शामिल है. आजतक से जुड़े उस्मान चौधरी की रिपोर्ट के मुताबिक वोटिंग के दौरान सरधना के विधायक संगीत सोम सलावा गांव के स्कूल में बने वोटिंग बूथ पहुंचे. वहां उन्होंने धीमी वोटिंग को लेकर पीठासीन अधिकारी से जवाब तलब कर लिया. इस पर पीठासीन अधिकारी ने बीजेपी विधायक को बताया वोटिंग सही तरीके से चल रही है, जिसकी सीसीटीवी रिकॉर्डिंग भी की जा रही है.मामले को लेकर दर्ज एफआईआर के मुताबिक अधिकारी के जवाब पर संगीत सोम आग बबूला हो गए और उन्हें गालियां देने लगे. अधिकारी अश्वनी शर्मा के हवाले से एफआईआर में लिखा गया है कि गालियां देने के अलावा संगीत सोम ने अधिकारी को थप्पड़ भी मारे. इसके बाद उन्होंने पोलिंग बूथ के कक्ष में लगा सीसीटीवी कैमरा भी तोड़ डाला. शिकायत के मुताबिक अश्वनी शर्मा ने इसका विरोध किया था, लेकिन संगीत सोम ने उनकी नहीं सुनी और कैमरा लेकर वहां से चले गए.
अश्वनी शर्मा का कहना है कि उन्होंने अपने साथ हुए दुर्व्यवहार की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों और इलाके के मजिस्ट्रेट को दे दी थी. उनकी शिकायत के बाद सरधना थाना प्रभारी लक्ष्मण वर्मा ने संगीत सोम के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली. हमसे बातचीत में उन्होंने इसकी पुष्टि की. इस एफआईआर का स्क्रीनशॉट नीचे देखा जा सकता है.
FIR की कॉपी
एफआईआर में थाना प्रभारी लक्ष्मण वर्मा ने संगीत सोम पर लगे आरोपों को संज्ञेय अपराध की श्रेणी का बताया है. घटना के बाद बूथ पर डीएम और एसएसपी भी पहुंचे. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने पीठासीन अधिकारी के साथ हुए कथित दुर्व्यव्यहार की जानकारी मिलने की बात कही है. उन्होंने बताया कि मामले में संगीत सोम और उनके समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.