दुबई में रहने वाले एक भारतीय बच्चे (Dubai police honours Indian boy) को एक घड़ी मिली. खोई हुई घड़ी को उसने संबंधित अधिकारियों को लौटा दिया. अधिकारियों ने उस घड़ी को उसके असली मालिक के पास पहुंचा दिया. ये घड़ी एक पर्यटक की थी. बच्चे की ईमानदारी से प्रेरित होकर दुबई पुलिस ने उसे पुरस्कार देकर सम्मानित किया है. साथ ही दुबई पुलिस की वेबसाइट पर बच्चे की सराहना करते हुए एक लेख छापा है. उन्होंने सोशल मीडिया X (ट्विटर) पर भी इस बारे में एक पोस्ट किया है. लिखा है,
भारतीय बच्चे ने लौटाई खोई हुई घड़ी, पूरा दुबई तालियां बजाने लगा, इनाम भी मिला है!
Dubai Police ने बताया है कि भारतीय लड़के को जो घड़ी मिली थी, उसके खोने की रिपोर्ट पहले ही पुलिस में दर्ज कराई गई थी.
"दुबई पुलिस ने पर्यटक की खोई हुई घड़ी लौटाने वाले बच्चे को उसकी ईमानदारी के लिए सम्मानित किया है."
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दुबई पुलिस की वेबसाइट के मुताबिक, मुहम्मद अयान यूनिस अपने पिता के साथ थे जब उन्हें एक पर्यटक क्षेत्र में एक घड़ी मिली. उन्होंने दुबई पर्यटक पुलिस विभाग को ये घड़ी लौटा दी. दुबई पुलिस को पहले ही इस घड़ी के खोने की रिपोर्ट मिली थी. घड़ी के असली मालिक को खोज लिया गया. हालांकि, तब तक वो अपने देश वापस लौट गया था.
जनरल डिपार्टमेंट ऑफ क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन के कार्यवाहक निदेशक, ब्रिगेडियर हरीब अल शम्सी के निर्देश पर बच्चे को सम्मानित किया गया. यूनिस को दुबई पर्यटक पुलिस विभाग के निदेशक ब्रिगेडियर खल्फान ओबैद अल जल्लाफ ने पुरस्कार दिया. इस समारोह में लेफ्टिनेंट कर्नल मुहम्मद अब्दुल रहमान और टूरिस्ट हैप्पीनेस सेक्शन के प्रमुख कैप्टन शाहब अल सादी ने भी भाग लिया था.
ब्रिगेडियर अल जल्लाफ ने अन्य लोगों से मुहम्मद अयान यूनिस से प्रेरणा लेने की बात कही है. उन्होंने लोगों से दुबई के स्मार्ट पुलिस स्टेशनों (SPS) में उपलब्ध ‘स्मार्ट लॉस्ट एंड फाउंड’ सेवाओं का उपयोग करने का आग्रह किया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि 'स्मार्ट लॉस्ट एंड फाउंड’ सेवा से लोग खोई हुई वस्तुओं को उनके असली मालिकों तक पहुंचाने में सक्रिय भूमिका निभा सकते हैं. इस तरह इस पूरी प्रोसेस को और आसान बनाया जा सकता है.
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