पिछले दिनों अमेरिका (America) के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के घर पर पड़ी FBI की छापेमारी को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक सूत्रों से पता चला है कि ये छापेमारी न्यूक्लियर वेपंस के सीक्रेट दस्तावेजों (Nuclear Weapons Secret Documents) की तलाशी के सिलसिले में की गई थी. आरोप है कि वाइट हाउस (White House) छोड़ने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ये दस्तावेज अपने साथ लेकर फ्लोरिडा आ गए थे. बताया गया है कि छापेमारी में FBI ने ट्रंप के पास से 12 बॉक्स भरकर दस्तावेज बरामद किए हैं.
क्या डोनाल्ड ट्रंप परमाणु दस्तावेज वाइट हाउस से ले भागे थे? FBI ने घर पर छापा मार दिया!
खबरों के मुताबिक छापेमारी में FBI ने ट्रंप के पास से 12 बॉक्स भरकर दस्तावेज बरामद किए हैं.

वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक इस बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है कि तलाशी में न्यूक्लियर हथियारों से जुड़े दस्तावेज बरामद हुए या नहीं. ये भी साफ नहीं है कि 12 बॉक्स में किस तरह के दस्तावेज हैं. वहीं ट्रंप के प्रवक्ता, न्याय विभाग और FBI ने मामले पर किसी भी तरह के कॉमेंट करने से इनकार किया है.
बाद में अमेरिका के अटॉर्नी जनरल मेरिक गारलैंड ने भी गुरुवार को हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में छापे के बारे में बहुत कम जानकारी दी. केवल इतना बताया कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से सर्च वॉरंट को मंजूरी दी थी.
बीते मंगलवार, 9 अगस्त को अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आलीशान पॉम हाउस और रिजॉर्ट मार-ए-लीगो पर FBI की ये रेड पड़ी थी. डोनाल्ड ट्रंप ने खुद बयान जारी कर इसकी जानकारी दी थी. इसमें उन्होंने कहा कि उनके फ्लोरिडा स्थित घर पर FBI की रेड पड़ी है. ट्रंप ने बताया था कि अधिकारियों ने घर को सीज कर अपने कब्जे में ले लिया है. बयान में FBI की इस कार्रवाई को ट्रंप ने अमेरिका के लिए ‘काला वक्त’ करार दिया था.
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पहले भी न्यूक्लियर हथियार मामले में फंसे हैं Donald Trumpये पहला मौका नहीं है जब पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप न्यूक्लियर हथियार के मामले में घिरे हैं. इससे पहले एक चर्चित किताब में परमाणु हथियारों को लेकर उनकी भूमिका पर सवाल उठाए गए थे. अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट के पत्रकार बॉब वुडवर्ड और रॉबर्ट कोस्टा ने अपनी इस किताब ‘Peril’ में लिखा है कि अमेरिका में चुनाव के बाद हिंसा हुई थी. चुनाव नतीजों के बाद ट्रंप काफी परेशान थे. अमेरिका के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के प्रमुख जनरल मार्क मिली को आशंका थी कि ट्रंप न्यूक्लियर हमले समेत कोई भी खतरनाक कदम उठा सकते हैं. ऐसे में मार्क मिली ने ट्रंप को न्यूक्लियर हथियारों का इस्तेमाल करने से रोकने के लिए टॉप सीक्रेट कार्रवाई की थी.
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