अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डॉनल्ड ट्रंप का कहना है कि उन्होंने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से कहा है कि गाजा में इजरायल के युद्ध को जल्द खत्म करें. इस साल जुलाई में ट्रंप और नेतन्याहू के बीच बैठक हुई थी. डॉनल्ड ट्रंप का कहना है कि इसी बैठक के दौरान उन्होंने इजरायल के प्रधानमंत्री से युद्ध खत्म करने को कहा था.
"गाजा में जल्दी जीतो और...", डॉनल्ड ट्रंप ने नेतन्याहू से आगे क्या कहा?
Donald Trump ने Gaza में तुरंत युद्ध विराम की मांग को भी नाज़ायज बताया है. उन्होंने President Joe Biden और Kamla Harris की इस मांग की आलोचना की.

ट्रंप ने 15 अगस्त को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में संवाददाताओं से कहा,
“वह (नेतन्याहू) जानते हैं कि वह क्या कर रहे हैं. मैंने उन्हें (गाज़ा में युद्ध) जल्द खत्म करने के लिए कहा है. जीत हासिल करो और इसे खत्म करो. युद्ध रोकना होगा, हत्याओं को रोकना होगा.”
नेतन्याहू जुलाई के अंत में अमेरिका के दौरे पर आए थे. उस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति जो बाइडन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से भी मुलाकात की थी. कमला हैरिस अब डेमोक्रेटिक्स की तरफ से राष्ट्रपति पद की रेस में भी हैं. नेतन्याहू ने इसी दौरे के दौरान ट्रंप से उनके घर में मुलाकात की थी.
पहले ईरान में फिलिस्तीनी इस्लामी समूह हमास के नेता इस्माइल हनीयाह की हत्या हुई. फिर बेरूत में हिजबुल्लाह के सैन्य कमांडर फुआद शुक्र की हत्या कर दी गई. इसके बाद मिडिल ईस्ट में व्यापक युद्ध की आशंका जताई गई. दोनों देशों ने इजरायल के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक इस खतरे के मद्देनजर ट्रंप ने कहा,
"मैं इजरायल को उतना समर्थन दूंगा जितना उसे जीतने के लिए चाहिए. लेकिन मैं चाहता हूं कि इज़रायल को जल्द जीत मिले और युद्ध खत्म हो."
इसी कार्यक्रम में ट्रंप ने इजरायल को युद्ध में अमेरिकी समर्थन ना देने की बात कहने वाले नागरिकों को "हमास समर्थक गुंडे" और "जिहाद समर्थक" करार दिया. उन्होंने धमकी जैसे अंदाज में कहा कि अगर वे राष्ट्रपति बने तो ऐसे लोगों को गिरफ्तार करके अमेरिका से निर्वासित कर दिया जाएगा. पूर्व राष्ट्रपति ने तुरंत युद्ध विराम की मांग को भी नाज़ायज बताया है. उन्होंने बाइडन और कमला हैरिस की इस मांग की आलोचना की. ट्रंप ने कहा,
"शुरू से ही हैरिस ने इजरायल के हाथ बांधने की कोशिश की है. हमेशा युद्ध विराम की मांग की है. इससे हमास को फिर से संगठित होने और 7 अक्टूबर की तरह ही नया हमला करने की हिम्मत मिलेगी."
मई के महीने में बाइडन की तरफ से और दूसरे मिडिल ईस्ट देशों ने मध्यस्थ के तौर पर गाजा में युद्ध रोकने का प्रस्ताव दिया था. जिस पर सहमति नहीं बन पाई. अमेरिका, मिस्र और कतर ने इस सप्ताह गाजा युद्धविराम वार्ता का एक नया दौर प्रस्तावित किया है.
बता दें कि फिलिस्तीन से आई जानकारी के मुताबिक, हमास शासित गाजा पर इजरायल के हमले में 40,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं. जबकि 23 लाख लोगों की लगभग पूरी आबादी विस्थापित हो गई है. इससे वहां भूखमरी का संकट पैदा हो गया है. वर्ल्ड कोर्ट में इजरायल पर नरसंहार के आरोप लगे हैं, जिसका उसने खंडन किया है.
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