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'ख़ुदा हाफ़िज़' के डायरेक्टर का आरोप- बीवी एक महीने की बच्ची को लेकर देश छोड़ने जा रही

नवंबर 2023 में फ़ारुक कबीर और उनकी बीवी सनम के बिटिया हुई. बच्ची की नागरिकता पर बवाल हो गया है. सनम उजबेकिस्तान की रहने वाली हैं और चाहती हैं कि बच्ची को वहीं की नागरिकता दिलाई जाए.

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डायरेक्टर फ़ारुक कबीर की बेटी की नागरिकता पर उनका और उनकी पत्नी का विवाद हो गया है. (फाइल फोटो)

विद्युत जामवाल के साथ 'ख़ुदा हाफ़िज़' जैसी फिल्में बना चुके डायरेक्टर फ़ारुक कबीर की पत्नी और सास को गिरफ्तार कर लिया गया है. पत्नी का नाम है सनम और सास का नाम है दिलफुजा. आरोप है कि सनम अपनी और फ़ारुक की नवजात बेटी को लेकर अपनी मां दिलफुजा के साथ देश छोड़ने की तैयारी में थीं. ये दोनों लोग बच्ची को लेकर मुंबई से अमृतसर आ गए थे.

पूरा मामला क्या है?

2022 में फ़ारुक कबीर की शादी सनम नाम की महिला से हुई थी. सनम उजबेकिस्तान की रहने वाली हैं. शादी के बाद से दोनों भारत में रहने लगे. नवंबर 2023 में दोनों के एक बिटिया हुई. बेटी के जन्म के बाद दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया. कारण- बेटी की नागरिकता. फ़ारुक चाह रहे थे कि बेटी भारत की नागरिकता ले, सनम चाह रही थीं कि बेटी उजबेकिस्तान की नागरिकता ले. जब विवाद बढ़ा तो फ़ारुक को कोई जानकारी दिए बिना सनम अपनी मां दिलफुजा और पिता तेजस के साथ बच्ची को लेकर कहीं चली गईं. फ़ारुक ने वर्सोवा थाने में शिकायत दर्ज कराई. FIR के बाद मुंबई क्राइम ब्रांच ने सनम, उनके माता-पिता और बच्ची की तलाश शुरू की. सनम, उनकी मां और बच्ची को अमृतसर में ढूंढा गया और वापस मुंबई ले आया गया है. क्राइम ब्रांच ने सभी को वर्सोवा पुलिस को सौंप दिया है. तेजस की तलाश जारी है.

फारुक ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया है कि बच्ची के जन्म के समय सनम के माता-पिता ने हॉस्पिटल पर भी दबाव डाला कि वे बच्ची की राष्ट्रीयता उज्बेकिस्तान दर्ज करें. फ़ारुक का आरोप है कि सनम और सनम के माता-पिता बच्चे के साथ उसका जन्म प्रमाण पत्र और लाखों रुपये के गहने लेकर भागे. फ़ारुक ने दी लल्लनटॉप से बात करते हुए बताया- 

“जिस दिन बच्ची का जन्म हुआ, उसी दिन मेरी पत्नी के सौतेले पिता तेजस खन्ना ने मुझे जानकारी दिए बिना हॉस्पिटल अथॉरिटी को बोल दिया कि हमें बच्ची का BMC से बर्थ सर्टिफिकेट नहीं बनवाना क्योंकि बच्ची को उज़बेक की नागरिकता दिलवाई जाएगी. मुझे ये बात पता चली तो मैंने आपत्ति जताई. मैंने अपनी पत्नी से पूछा तो उसने भी कहा कि बच्ची को उज़बेक की नागरिकता दिलवाई जाएगी. इसके बाद तेजस खन्ना ने दिल्ली जाकर बच्ची का उज़बेकिस्तान का ट्रैवल कार्ड भी बनवा लिया. इसके बाद ये लोग बच्ची को लेकर मुंबई से चले गए. मुझे पता तक नहीं चलने दिया. इसके बाद मैंने पुलिस में शिकायत की, हाई कोर्ट में भी याचिका दायर की.”

कौन हैं फ़ारुक कबीर?

फ़ारुक कबीर लेखक, प्रड्यूसर और राइटर हैं. शाह रुख़ खान की 2 फिल्मों में असिस्टेंट डायरेक्टर रहे हैं- 'फिर भी दिल है हिंदुस्तानी' और 'असोका'. 2006 में फारुक कबीर ने डायरेक्टोरियल डेब्यू किया और अजय देवगन के साथ 'द अवेकनिंग' नाम से एक शॉर्ट फिल्म बनाई. 2010 में 'अल्लाह के बंदे' नाम की फिल्म डायरेक्टर की और इसमें एक्टिंग भी की. इस फिल्म से फ़ारुक को अच्छी पहचान मिली. इसके बाद विद्युत जामवाल के साथ 'ख़ुदा हाफ़िज़' और 'ख़ुदा हाफ़िज़-2' बनाई. इसके अलावा उन्होंने कुछ म्यूज़िक वीडियोज़ भी डायरेक्टर किए हैं.

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