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Parliament Special Session: कांग्रेस ने 70 सालों में क्या किया? मल्लिकार्जुन खरगे ने दिया जवाब

मल्लिकार्जुन खरगे ने संसद के विशेष सत्र में कांग्रेस के 70 सालों का ब्योरा दे दिया. साथ में बीजेपी को एक नसीहत भी दे दी.

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"70 साल… 70 सालों में कांग्रेस ने किया क्या है?"

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"लोकतंत्र बचाया है!"
- कांग्रेस अध्यक्ष

संसद का विशेष सत्र शुरू हो चुका है. पांच दिनों तक चलने वाले इस सत्र में सरकार ने चर्चा के लिए सात विधेयकों की सूची दी है. एक तरफ़, संसद के बाहर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी सांसदों से अपील की है कि वे शांतिपूर्ण तरीक़े से इस सत्र को चलने दें. रोने-धोने के लिए बहुत वक़्त मिलेगा. लोकसभा में प्रधानमंत्री बोले, तो संसद की 75 सालों की यात्रा याद की. जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी का भी ज़िक्र किया. वहीं, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी अपने तईं गत 70 सालों के कांग्रेस राज को याद किया. केवल याद नहीं, बाक़ायदा डिफ़ेंड किया. खरगे बोले,

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"हमने जब 1950 में लोकतंत्र अपनाया, तो कई विदेशी लोगों ने सोचा कि यहां लोकतंत्र सफल नहीं हो पाएगा. क्योंकि हमारे यहां साक्षरता की बहुत कमी थी. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री चर्चिल ने यहां तक कह दिया था कि अगर ब्रिटिश भारत से चले गए, तो यहां न्यायपालिका, स्वास्थ्य सेवाएं, रेलवे और उनकी तरफ़ से शुरू किए गए काम पूरी तरह तबाह हो जाएंगे. सारा सिस्टम तबाह हो जाएगा. उन्होंने हमें बहुत कम आंका. हमने लोकतंत्र को बरक़रार रख उन लोगों को ग़लत साबित कर दिया. हमने इसs मज़बूत किया और सुरक्षित रखा. आप पूछते हैं कि हमने 70 सालों में क्या किया? हमने 70 सालों में ये किया है."

70 सालों के ब्योरे के अलावा मल्लिकार्जुन खरगे ने अपने संबोधन में मणिपुर का मुद्दा उठाया.

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कविता भी सुनाई

मल्लिकार्जुन खरगे का नाम सदन के 'कवियों' में भी शुमार हो गया है. उन्होंने अपनी पार्टी का 70 सालों का हिसाब तो दिया ही, साथ ही हिंदी में एक कविता भी सुनाई. काव्य-पाठ और कविता की पंक्त्तियां कांग्रेस ने अपने X हैंडल से शेयर किए हैं:

अपनी पार्टी और अजेंडे से इतर नेता-प्रतिपक्ष खरगे ने आम आदमी पार्टी के संजय सिंह और राघव चड्ढा को सदन में वापस लाने की भी अपील की. कहा कि बड़ा दिल दिखाइए, स्पेशल सेशन के पहले दिन दो सदस्यों को बाहर रखना ठीक नहीं लगता.

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