चीन का वैज्ञानिक रिसर्च पोत (जासूसी जहाज) यांग वांग-5 (Yang Wang-5) हिंद महासागर क्षेत्र से बाहर चला गया है. कुछ दिन पहले ही ये चीनी पोत इस क्षेत्र में आया था, जिस पर भारतीय नौसेना लगातार नजर बनाए हुए थी.
हिंद महासागर में घूम रहा था चीन का जासूसी जहाज, अरुणाचल झड़प के बाद वापस गया
निगरानी डिवाइसेस से लैस ये चीनी जहाज कुछ रोज पहले ही हिंद महासागर में घुसा था

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक नौसेना के सूत्रों ने बताया कि ड्रोन और समुद्री गश्ती विमान के जरिये चीनी पोत पर नजर रखी जा रही थी. हालांकि अब वो हिंद महासागर क्षेत्र से बाहर चला गया है.
इस चीनी पोत में ट्रैकिंग और निगरानी डिवाइसेस लगी हुई थीं. ये सुंडा जलडमरूमध्य (Sunda Straits) के रास्ते से हिंद महासागर क्षेत्र में पहुंचा था. इसकी गतिविधियों को लेकर भारतीय नौसेना लगातार जानकारी इकट्ठा कर रही थी.
चीन हिंद महासागर क्षेत्र में घुसकर तरह-तरह के रिसर्च करने की कोशिश कर रहा है. इसलिए वो ऐसे पोत भेजता रहता है.
'हिंद महासागर में कई ताकतें सक्रिय'नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरी कुमार ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि भारतीय नौसेना हिंद महासागर में चल रही तमाम गतिविधियों पर करीब से नजर रख रही है. इस क्षेत्र में आने वाले चीनी जहाजों की स्थिति का गहराई से अध्ययन किया जा रहा है.
कुमार ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा था,
'हिंद महासागर क्षेत्र में कई चीनी जहाज घूमते हैं. हमारी जानकारी के मुताबिक यहां 4-6 चीनी नौसेना के जहाज हैं. इसके साथ ही कुछ शोध पोत भी घूम रहे हैं. यहां बड़ी संख्या में चीन के मछली पकड़ने वाले पोत भी आते हैं. हम इन सभी गतिविधियों पर करीब से नजर रख रहे हैं.'
उन्होंने आगे कहा था कि इस क्षेत्र में और भी कई ताकतें सक्रिय हैं.
नौसेना प्रमुख ने कहा था,
‘हम इस बात से वाकिफ हैं कि ये एक बेहद महत्वपूर्ण क्षेत्र है, जहां काफी बड़ी मात्रा में व्यापार होता है. हमारा काम ये है कि हम भारतीय हितों को इस क्षेत्र में सुरक्षित बनाए रखें.’
खास बात ये है कि हिंद महासागर क्षेत्र से चीनी पोत ऐसे वक्त पर वापस गया है जब कुछ दिन पहले ही 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत और चीन की सेनाओं के बीच झड़प हुई थी. इस घटना में दोनों तरफ के सैनिकों को हल्की चोटें आई हैं.
चीन से झड़प पर अमित शाह संसद के बाहर भड़के, बोले- 'राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन से पैसे मिले'