चीन (China) की राजधानी बीजिंग (Beijing) में 3 अगस्त को विक्ट्री डे परेड (Victory Day Parade) का आयोजन किया गया है. इसमें चीन ने अपनी सैन्य ताकत का प्रदर्शन किया है. राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने चीन की अब तक की सबसे बड़ी सैन्य परेड की मेजबानी की हैं. यह आयोजन दूसरे विश्व युद्ध के अंत में जापान के चीन में आत्मसमर्पण की 80वीं वर्षगांठ के मौके पर हो रहा है.
विक्ट्री डे परेड में शी जिनपिंग की चेतावनी, चीन किसी से नहीं डरता
China की People's Liberation Army (PLA) ने इस परेड में अपनी आधुनिक सैन्य क्षमता का संगठित प्रदर्शन किया. इसमें ड्रोन, हाइपरसोनिक मिसाइल और फाइटर जेट जैसे हथियार शामिल रहे. वहीं सैंकड़ों PLA विमान भी इस परेड का हिस्सा बने.
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इस परेड से पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन एक साथ नजर आए हैं. यह पहला मौका है जब तीनों नेता सार्वजनिक तौर पर एक साथ दिखे हैं. ये तीनों नेता परेड देखने पहुंचे दुनियाभर के नेताओं की पंक्ति में सबसे आगे दिख रहे हैं.
न्यूयॉक टाइम्स के मुताबिक, ये तीनों नेता उन देशों का प्रतिनिधित्व करते हैं जिन्होंने वैश्विक व्यवस्था में अमेरिकी प्रभुत्व को चुनौती दी है या उस पर सवाल उठाए हैं. अमेरिकन यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर जोसेफ टोरिजियन ने कहा, चीन और रूस युद्ध की यादों का इस्तेमाल करके आने वाली पीढ़ियों को पश्चिमी मूल्यों से दूर रखना चाहते हैं और अपनी कल्पना की वैश्विक व्यवस्था को मान्यता देना चाहते हैं.
चीन ने 26 नेताओं की एक लिस्ट जारी की है, जिन्हें इस परेड के लिए आमंत्रित किया गया था. हालांकि अभी ये क्लियर नहीं है कि कौन-कौन इस परेड के लिए पहुंचे हैं. इस लिस्ट में पाकिस्तानी पीएम शाहबाज शरीफ समेत वियतनाम, मलेशिया, बेलारूस, ईरान, जिम्बाब्वे, सर्बिया, स्लोवाकिया, क्यूबा और म्यांमार जैसे देशों के नेता शामिल हैं.
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बीजिंग में लड़ाकू विमानों, मिसाइलों और सैनिकों के साथ एक विशाल परेड की अध्यक्षता की. और प्रतिद्वंदियों को चीन की संप्रभुता को चुनौती ने देने की चेतावनी दी. शी जिनपिंग ने विक्टी डे परेड को संबोधित करते हुए चीन के लोगों से इतिहास को याद रखने और उन दिग्गजों को सम्मान देने की अपील की जिन्होंने जापान के खिलाफ लड़ाई लड़ी. चीनी राष्ट्रपति ने आगे कहा,
इतिहास हमें चेतावनी देता है कि मानवता साथ ही उठती है और साथ ही गिरती है. चीन कभी भी किसी धौंस जमानेवाले से डरता नहीं है और हमेशा आगे बढ़ता रहता है.
चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने इस परेड में अपनी आधुनिक सैन्य क्षमता का संगठित प्रदर्शन किया. इसमें ड्रोन, हाइपरसोनिक मिसाइल और फाइटर जेट जैसे हथियार शामिल रहे. वहीं सैंकड़ों PLA विमान भी इस परेड का हिस्सा बने. 45 सैनिक टुकड़ियां तियानमेन स्क्ववायर पर उतरीं और राष्ट्रपति शी जिनपिंग को सलामी दी.
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