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चीन ने अमेरिका पर 125% टैरिफ ठोका, शी जिनपिंग ने भी तोड़ दी चुप्पी

अमेरिका-चीन के बीच 'Tariff War' और ज्यादा भड़क गया है. Donald Trump ने China पर 145 फीसदी टैरिफ लगाया, जवाब में चीन ने भी America पर 125 फीसदी टैरिफ ठोक दिया. दोनों देश झुकने को तैयार नहीं हैं.

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अमेरिका और चीन के बीच जबरदस्त 'Tariff War' चल रहा है.

रेसिप्रोकल टैरिफ पर चीन और अमेरिका की लड़ाई ‘तू डाल डाल मैं पात पात’ वाली हो गई है. दोनों विरोधी की चाल पर अपनी चाल चलने को तैयार बैठे हैं. ट्रंप प्रशासन जैसे ही चीन के खिलाफ टैरिफ बढ़ाता है, ड्रैगन कुछ ही देर में अमेरिका के खिलाफ नया टैरिफ ठोक देता है. मानो ट्रंप कह रहे- ‘मैं रुकेगा नहीं’, और शी जिनपिंग कह रहे ‘मैं झुकेगा नहीं.’ खबर है कि अमेरिका की तरफ से 145 पर्सेंट टैरिफ लगाने के जवाब में चीन ने अमेरिकी उत्पादों पर 125 पर्सेंट टैरिफ लगाने की घोषणा कर दी है.

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NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, डॉनल्ड ट्रंप ने बुधवार, 9 अप्रैल को चीन के खिलाफ टैरिफ बढ़ाकर 145 फीसदी कर दिया था. अब ये कोई छोटा-मोटा झटका नहीं था. ट्रंप ने कहा, “चीन हमारा सम्मान नहीं करता, तो अब इनका माल महंगा होगा.” 

लेकिन चीन भी कहां पीछे रहने वाला था. राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी जवाबी हमला बोल दिया. चीन की ‘कस्टम्स टैरिफ कमीशन ऑफ द स्टेट काउंसिल’ ने शुक्रवार, 11 अप्रैल को अमेरिकी सामान पर टैरिफ 84 फीसदी से बढ़ाकर सीधा 125 फीसदी कर दिया है. चीन की तरफ से नया टैरिफ शनिवार, 12 अप्रैल से लागू हो रहा है.

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चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, टैरिफ पर शी जिनपिंग ने पहली बार चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने बीजिंग में एक बैठक के दौरान स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज से कहा,

"चीन और यूरोप को अपनी अंतरराष्ट्रीय जिम्मेदारियां पूरी करनी चाहिए और एकतरफा धमकी का साथ मिलकर विरोध करना चाहिए. इससे ना केवल वैध अधिकारों और हितों की रक्षा होगी, बल्कि अंतरराष्ट्रीय निष्पक्षता और न्याय की भी रक्षा होगी.”

शी जिनपिंग ने यूरोप को लपेटे में लेने की कोशिश करते हुए कहा कि टैरिफ वॉर में कोई जीतता नहीं है.

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वहीं चीन के वित्त मंत्रालय ने भी अमेरिका पर तंज कसते हुए कहा,

“अमेरिका का चीन पर असामान्य तौर पर लगातार ऊंचा टैरिफ लगाना एक 'नंबर गेम' बन गया है, जिसका इकोनॉमी में कोई मतलब नहीं है.”

चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने तो ट्रंप को आड़े हाथों लेते हुए यह तक कह दिया कि दुनिया की इकोनॉमी में जो उथल-पुथल मची है, उसके लिए अमेरिका जिम्मेदार है. चीनी मंत्रालय ने साफ किया कि अगर अमेरिका और ज्यादा टैरिफ बढ़ाता है, तो उसे नजरअंदाज किया जाएगा, क्योंकि मौजूदा टैरिफ दर पर चीन में अमेरिका से आने वाले सामान की खरीद की कोई उम्मीद नहीं है.

इससे पहले डॉनल्ड ट्रंप ने शी जिनपिंग को 'स्मार्ट मैन' बताया था. उन्होंने दावा किया था कि जल्द ही दोनों के बीच डील हो जाएगी. लेकिन दोनों देशों की टैरिफ प्रतियोगिता देखकर ऐसा लगता नहीं कि हालात जल्दी सामान्य होंगे. 

ट्रंप ने बुधवार को बाकी देशों पर टैरिफ को 90 दिन के लिए फ्रीज कर दिया था, लेकिन चीन को इस छूट से बाहर रखा था. उनका कहना था कि चीन को सबक सिखाना जरूरी है. जवाब में चीन ने कहा कि ये फ्रीज हमारे दबाव की वजह से हुआ है और अमेरिका उसे धमकाने की कोशिश ना करे.

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