महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच केंद्र सरकार ने शिंदे गुट के 15 विधायकों को Y+ कैटेगरी की सुरक्षा दी है. केंद्र ने ये फैसला शिंदे गुट की अपील के बाद लिया. बगावत करने वाले इन विधायकों के खिलाफ शिवसेना के उद्धव समर्थक कार्यकर्ता लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. कुछ जगहों से विधायकों के घर और दफ्तरों के बाहर तोड़फोड़ की भी खबरें आईं. इसके बाद 25 जून को शिंदे गुट ने केंद्रीय गृह सचिव और राज्यपाल को चिट्ठी लिखकर सुरक्षा की मांग की थी.
महाराष्ट्र: केंद्र सरकार ने दी शिंदे गुट के 15 विधायकों को Y प्लस सिक्योरिटी
केंद्र से पहले शिंदे गुट ने महाराष्ट्र सरकार से सुरक्षा की मांग की थी. तब राज्य सरकार का कहना था कि विधायकों की सुरक्षा में कोई कटौती नहीं की गई है.

अब केंद्र ने 15 विधायकों के परिवारों को सुरक्षा मुहैया कराने का फैसला किया है. फिलहाल रमेश बोर्नारे, मंगेश कुदलकर, संजय शिरसत, लताबाई सोनवणे, प्रकाश सुर्वे, सदानंद सरनावनकर, योगेश दादा कदम, प्रताप सरनाइक, यामिनी जाधव, प्रदीप जायसवाल, संजय राठौड़, दादाजी भूसे, दिलीप लांडे, बालाजी कल्याणर और संदीपन भुमारे को सुरक्षा दी गई है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केंद्र से पहले शिंदे गुट ने महाराष्ट्र सरकार से सुरक्षा की मांग की थी. उनकी मांग पर राज्य सरकार का कहना था कि विधायकों की सुरक्षा में कोई कटौती नहीं की गई है. वहीं जिन विधायकों के घरों पर तोड़फोड़ हुई, वहां सुरक्षा बढ़ाई भी गई है.
दरअसल, 24 जून को कुछ बागी विधायकों के घर और दफ्तर पर शिवसेना कार्यकर्ताओं ने तोड़फोड़ की थी. कार्यकर्ताओं ने कुर्ला में शिवसेना के बागी विधायक मंगेश कुंडालकर के दफ्तर पर तोड़फोड़ की. वहीं साकीनाका इलाके में भी बागी विधायक दिलीप लांडे के पोस्टर फाड़े गए. कई जगहों पर शिंदे के पोस्टरों पर कालिख भी पोती गई. इन घटनाओं के बाद महाराष्ट्र पुलिस ने पूरे राज्य में हाई अलर्ट जारी किया था. अब केंद्र से सुरक्षा मिलने के बाद शाम तक सभी विधायकों के घर पर CRPF के जवानों की तैनाती कर दी जाएगी.