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करनाल: 'तिरंगा खरीदो वर्ना राशन भूल जाओ', वेंडर बोला- ऊपर से ऑर्डर है, वरुण गांधी भड़के

हरियाणा के करनाल का मामला. आरोपी वेंडर सस्पेंड किया गया. बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने कहा- 'तिरंगे की कीमत गरीब का निवाला छीन कर वसूलना शर्मनाक.'

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राशन की दुकान के बाहर विरोध प्रदर्शन करते लोग. (तस्वीर- आजतक)

केंद्र सरकार के 'हर घर तिरंगा अभियान' के बीच हरियाणा (Haryana) में जबरन तिरंगा बेचे जाने का मामला सामने आया है. आरोप है कि करनाल (Karnal) जिले के हेमदा गांव में राशन की एक दुकान के वेंडर ने लोगों के आगे राशन लेने के बदले तिरंगा खरीदने की शर्त रख दी. उसने लोगों पर कथित रूप से दबाव बनाया कि तिरंगा खरीदने पर ही उन्हें उनके हिस्से का राशन दिया जाएगा. 

खबर के मुताबिक इस पर लोगों ने पीडीएस वेंडर दिनेश कुमार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई और उसे तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया. शिकायत मिलने पर दिनेश के खिलाफ PDS कंट्रोल ऑर्डर-2009 के तहत खिलाफ कार्रवाई की गई है. करनाल के जिला खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले नियंत्रक ने कार्रवाई को लेकर आदेश जारी किए. इसके बाद दिनेश कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया.

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आजतक से जुड़े कमल की रिपोर्ट के मुताबिक राशन डिपो पर विरोध कर रहे राशन कार्डधारकों ने कहा,

हम मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं. घर का राशन खत्म हो गया था. सोमवार से राशन मिलना शुरू हुआ. किसी से राशन के पैसे उधार में उठा कर ले आए हैं. उसके बाद डिपो होल्डर कहता है कि पहले 20 रुपये तिरंगे झंडे के देने होंगे. उसके बाद उन्हें राशन मिलेगा.

Varun Gandhi ने किया ट्वीट

इस बीच मामले का पता चलते ही राजनीति शुरू हो गई. बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने आरोप लगाया कि राशन कार्ड धारकों को राष्ट्रीय ध्वज खरीदने के लिए मजबूर किया जा रहा है या उनके हिस्से का अनाज नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा-

आजादी की 75वीं वर्षगांठ का उत्सव गरीबों पर ही बोझ बन जाए तो दुर्भाग्यपूर्ण होगा. राशनकार्ड धारकों को या तिरंगा खरीदने पर मजबूर किया जा रहा है या उसके बदले उनके हिस्से का राशन काटा जा रहा है. हर भारतीय के हृदय में बसने वाले तिरंगे की कीमत गरीब का निवाला छीन कर वसूलना शर्मनाक है.

साथ ही वरुण गांधी ने एक पीड़ित व्यक्ति का वीडियो भी शेयर किया है.

वीडियो में इलाके के लोग बता रहे हैं कि उन पर किस तरह राशन के बदले 20 रुपये का झंडा लेने के लिए दवाब बनाया गया. वहीं पीडीएस वेंडर दिनेश कुमार कहते दिख रहे हैं कि उन्हें ऐसा करने के लिए सरकार का ऊपर से ऑर्डर मिला है. उनका दावा है कि जिले के अधिकारियों ने ही लोगों से राशन के बदले 20 रुपये का तिरंगा लेने को कहा है. हालांकि प्रशासन ने ऐसे किसी आदेश से इनकार किया है. करनाल की अतिरिक्त उपायुक्त वैशाली शर्मा ने कहा,

किसी भी वेंडर को जिला प्रशासन की तरफ से ऐसे कोई भी निर्देश नहीं दिए गए हैं कि तिरंगा झंडा लेने पर ही इस बार राशन मिलेगा. किसी भी राशन धारक से जबर्दस्ती नहीं की गई कि वो झंडा ले.

हालांकि अधिकारी ने ये जरूर कहा कि राशन लेने पहुंचे लोगों ने जिस तरह से डिपो संचालक पर आरोप लगाए हैं वो जांच का विषय जरूर है.

आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर को अमृत महोत्सव के रूप में मनाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर घर तिरंगा अभियान शुरू किया था, जो 13 से 15 अगस्त तक चलाया जाएगा. इसी को लेकर तिरंगे डाकघर या राशन की दुकानों पर मिल रहे हैं, लेकिन इन्हें दबाव से नहीं बेचा जा सकता. सरकार ने अधिकारियों को साफ निर्देश दिए थे कि PDS सेंटर पर मिलने वाले तिरंगे केवल जनता की सुविधा के लिए हैं और उन्हें कोई भी स्वेच्छा से ले सकता है. साथ ही कहा गया कि 15 अगस्त के बाद जो तिरंगे बचेंगे वो वापस कर दिए जाएंगे.

देखें वीडियो- हर घर तिरंगा अभियान को लेकर राहुल गांधी के हमले का जवाब देते हुए क्या बोला RSS?