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सौरभ को नहीं होना था श्रेष्ठ, शालिनी राय का नंबर था

शालिनी राय, बच्चा राय की बेटी. बच्चा राय यानी बिशुन राय कॉलेज का मालिक है. प्लान था बिटिया को टॉप कराने का. फिर कांड हो गया.

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फोटो - thelallantop
बिहार में 'गलती से' टॉप कर गए स्टूडेंट्स की वजह से वहां के एजूकेशन सिस्टम पर जो सवाल उठे वो तो उठे ही. मिनिस्टर से लेकर अफसरों, टीचरों तक को जो गालियां पड़ी वो तो पड़ी ही. अब एक एक कर सारे जिम्मेदार अफसरों की खटिया खड़ी हुई जा रही है. अब तक इस मामले में चार लोग अरेस्ट हो गए हैं. और दो लोगों का इस्तीफा मंजूर हो गया है. इसके अलावा टॉपर्स को भी कचहरी के चक्कर लगाने हैं रोज. इसके लिए उनको समन भेजा जा चुका है. लेटेस्ट अपडेट ये है कि सौरभ श्रेष्ठ टॉपर था ही नहीं. शालिनी राय थी. बच्चा राय की बेटी. जो बिशुन राय कॉलेज का मालिक है. उसका प्लान था अपनी बेटी को टॉपर बनाने का. वो बनी भी, लेकिन उसका नाम टॉपर्स की लिस्ट में नहीं दिया. हंगामा होने के डर से. 2014 की हाईस्कूल परीक्षा में भी उसने बिहार टॉप किया था. लेकिन तब भी यही जुगाड़ लगाया था. FIR में सबसे पहला नाम शालिनी राय का ही है. बोर्ड की वेबसाइट पर जब शालिनी का नंबर डाला गया तो छुंच्छै निकला. मतलब उस रोल नंबर के किसी स्टूडेंट ने इम्तेहान दिया ही नहीं. अब ये रिजल्ट वो भी बिहार टॉप का कहां से प्रकट हो गया, बोतल का जिन्न ही जाने. जो अरेस्ट हुए जांच के लिए जो SIT की टीम बनी है उसने पहले लपककर जीए इंटर कॉलेज की प्रिंसिपल शैल कुमारी को अरेस्ट किया. ये कॉलेज बिशुन राय कॉलेज का परीक्षा केंद्र था. जहां के पढ़े हुए ये नकली टॉपर बने. शैल कुमारी जीए कॉलेज की प्रिंसिपल हैं. और एग्जाम सेंटर भी पूरा उन्हीं के कंट्रोल में था. इसी कॉलेज के दो क्लर्क और एक चपरासी नपे हैं. इनके अलावा राजेंद्र नगर बॉयज हाईस्कूल के एग्जाम सेंटर हेड विश्वेश्वर यादव भी आ गए हैं पुलिस की पकड़ में. तो इतने लोग पकड़े गए हैं. पटना SSP हैं मनु महाराज. उन्होंने बताया कि "हम तीन टीम बनाए हैं. पटना और वैशाली में छापामारी चालू है. मंगलवार को पटना के बिहार बोर्ड दफ्तर में छापा मारा था और कंप्यूटर लैपटॉप सब जब्त कर लिए हैं." इनका इस्तीफा पहुंचा बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (BSEB) के चेयरमैन हुआ करते थे लंकेश्वर प्रसाद सिंह. अब नहीं हैं. क्योंकि अपनी पोस्ट छोड़ दिए हैं. कल यानी मंगलवार को ही नीतीश के दफ्तर से आदेश चला गया था कि इस्तीफा दे दो. लेकिन नहीं दिए. अगले दिन शो कॉज नोटिस मिला तो जागे. और इस्तीफा लेकर भागे. अब SIT का काम यही है कि मामले में लगे सभी लोगों को कचहरी तक घसीट के लाए. उसके लिए छापा, हिरासत ये सब काम कायदे से चलेगा. पटना के राजेंद्र बॉयज हाईस्कूल में रेड मारकर सारी कॉपी जब्त कर लीं. प्रिंसिपल के कमरे में ताला मार दिया. टॉप वालों के लिए भी खतौनी तैयार है देखो. topperstoppers 1 अब ये सीख जिंदगी भर याद रखना. नकल करके पास होना हो तो पास भर हो जाना. टॉप करने के चक्कर में न रहना. नहीं तो पूरा देश चउबिस घंटे तुम्हारी खबर देखेगा. साथी बराती अफसर नप जाएंगे. दुनिया गरियाएगी. 'बच्चों के खिलाफ FIR से क्या होगा, बच्चा राय को धरिए' 'अब टेस्ट मत लो वरना सुसाइड कर लूंगा'

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