इंडिया टुडे के इंद्रजीत कुंडू की रिपोर्ट के अनुसार, हमला बंगाल के अलीपुरद्वार इलाके में गुरुवार 12 नवंबर को हुआ. दिलीप घोष मदारीहाट इलाके में एक कार्यक्रम से लौट रहे थे. रास्ते में गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (GJM) के कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे थे. ये GJM के विमल गुरुंग गुट से जुडे़ बताए जा रहे हैं, जो अलग गोरखालैंड राज्य की मांग करते हुए विरोध जताते रहे हैं. भीड़ में कुछ लोगों ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को काले झंडे दिखाए. अचानक पत्थर फेंके जाने लगे. घोष की कार तो आगे निकल गई. कालचीनी विधानसभा क्षेत्र के विधायक विल्सन चंपामारी की गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई.
दिलीप घोष के काफिले पर पथराव के बाद हावड़ा में बीजेपी कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए. जगह-जगह रास्ते बंद कर प्रदर्शन शुरू कर दिया. बीजेपी ने इस हमले के लिए तृणमूल कांग्रेस (TMC) को जिम्मेदार बताया. दिलीप घोष ने कहा,
हम लोग सभा करके लौट रहे थे. रास्ते में टीएमसी के गुंडे चिल्ला रहे थे. ईंटे फेंक रहे थे. वही हमले करवा रहे हैं... पीएम जेएनयू में स्वामी विवेकानंद की मूर्ति का अनावरण कर रहे हैं, जहां पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगते थे. ऐसे में कुछ लोग घबरा गए हैं और हमले कर रहे हैं.बता दें, दिलीप घोष ने हाल में हल्दिया शहर में रैली में कहा था कि मैं ममता दीदी के लोग जो शरारत करते हैं, उनसे कहना चाहता हूं कि वह 6 महीने में खुद को ठीक कर लें, नहीं तो उनके हाथ, पैर, पसलियां और सिर तोड़ दिए जाएंगे. फिर भी वे हरकतों से बाज नहीं आए तो श्मशान जाना होगा. इस पर तृणमूल ने घोष पर माहौल खराब करने का आरोप लगाया था.
हमले के विरोध में बीजेपी का प्रदर्शन
दिलीप गोष पर हुए हमले के विरोध में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बंगाल में कई जगहों पर प्रदर्शन किया. कोलकाता में बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया और ममता सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. प्रदर्शन कर रहे बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस की झड़प भी हुई. इसे लेकर पुलिस और बीजेपी कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए. इस बीच कुछ बीजेपी समर्थकों ने सेंट्रल कोलकाता में बीच सड़क पर टायर में आग लगा कर प्रदर्शन किया.

प्रदर्शन करते बीजेपी के कार्यकर्ता
बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या
दिलीप घोष के काफिले पर हमले के बीच पूर्वी मिदनापुर में बीजेपी के एक कार्यकर्ता की हत्या की ख़बर भी सामने आई है. इताबेरिया इलाके में बीजेपी के बूथ वर्कर गोकुल चंद्रा की हत्या की गई है. बीजेपी का आरोप है कि गोकुल TMC के ग्राम पंचायत सदस्य के पति टिंकू लाल दलाई के ख़िलाफ़ आवाज़ उठा रहे थे. इसी वजह से हत्या की गई.