बांग्लादेश (Bangladesh Crisis) से 1 हजार से अधिक लोग पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी (Jalpaiguri Border) बॉर्डर के पास पहुंच गए थे. वो लोग सीमा पार कर भारत में प्रवेश करना चाहते थे. लेकिन बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) ने उन्हें सतकुरा सीमा पर रोक दिया. घटना जलपाईगुड़ी जिले के दक्षिण बेरूबारी पंचायत की है. BSF ने इलाके में गश्त बढ़ा दी है.
'चावल के साथ नमक उबालकर खा रहे...' बॉर्डर पर पहुंचे 1 हजार से अधिक बांग्लादेशी शरणार्थी, BSF ने रोक दिया
Bangladesh Crisis: एक बांग्लादेशी महिला ने बताया कि उनके घर में खाने तक की दिक्कतें हो गई हैं. उनका परिवार चावल के साथ नमक उबालकर खा रहा है. रात को सोते वक्त पहरा देना पड़ता है. पहले सिर्फ पुरुष लोग पहरा देते थे. लेकिन अब महिलाओं ने भी ऐसा करना शुरू कर दिया है.

इंडिया टुडे से जुड़े अनुपम मिश्रा की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें अधिकतकर लोग बांग्लादेशी हिंदू थे. जो वहां अल्पसंख्यकों के साथ हिंसा के आरोप के बाद भारत में प्रवेश के लिए पहुंचे थे. BSF ने बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) के साथ मिलकर उन लोगों को समझाया. उन्हें बताया कि उन्हें इस तरह भारत में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा सकती. उसके बाद वो लोग वापस लौट गए. BSF ने वहां अस्थायी घेरा लगाया है.
'चावल के साथ नमक उबाल रहे'बांग्लादेश से आई भीड़ ने आरोप लगाया कि वहां उनके घर और मंदिरों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है. इसलिए वो भारत में शरण लेना चाहते हैं. बांग्लादेश की एक हिंदू महिला ने बताया कि वो और उनके घर का कोई भी सदस्य बीते एक हफ्ते से घर से बाहर नहीं निकल पा रहा था. उनके घर में राशन का कोई सामान नहीं है. महिला ने बातया कि वो नमक के साथ चावल उबालकर खा रहे हैं ताकि भूख ना लगे.
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डर का माहौल ऐसा है कि उन्हें रात में पहरा देना पड़ता था. उन्होंने बताया कि पहले सिर्फ पुरुष लोग जागकर पहरा देते थे. लेकिन अब महिलाओं ने भी ऐसा करना शुरू कर दिया है. महिला की बेटी पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में है. और वो उनकी स्थिति जानकर बहुत रोती है. लेकिन महिला ने इस बात पर तसल्ली जताई कि उनकी बेटी सिलीगुड़ी में सुरक्षित है. उन्होंने कहा कि वो कम से कम वहां जिंदा तो रहेगी.
इस घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं. इनमें लोगों की भीड़ और उनका शोर सुना जा सकता है. रिपोर्ट है कि इस दौरान सीमा के इस पार से यानी भारतीय गांव के लोगों ने भी भीड़ जमा कर ली थी. और वो बांग्लादेशी लोगों के भारत में प्रवेश का विरोध कर रहे थे.
Bangladesh में क्या हो रहा है?बांग्लादेश में हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को देश छोड़ना पड़ा था. फिलहाल वो भारत में रह रही हैं. बांग्लादेश की सत्ता, नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व की अगुवाई वाली अंतरिम सरकार के हवाले है. 8 अगस्त को मोहम्मद यूनुस का शपथग्रहण भी हो गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी है. और उम्मीद जताई है कि जल्द ही सामान्य स्थिति बहाल कर ली जाएगी और हिंदुओं के साथ-साथ बाकी अल्पसंख्यकों को भी सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी.
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