The Lallantop

राम मंदिर में टपकता पानी, रामपथ पर गड्ढे और जलभराव... अब कंस्ट्रक्शन मैनेजर का जवाब आया है

Ayodhya Ram Mandir: गर्भगृह के पास दो निर्माणाधीन सीढ़ियों और 'गुढ़ मंडप' की अस्थायी छत से बारिश का पानी टपकता मिला. मंडप के रास्ते में भी पानी से भरे गड्ढे मिले जिससे संगमरमर का फर्श गंदा और फिसलन भरा हो चुका था.

post-main-image
मंदिर ट्रस्ट के अधिकारियों ने जल निकासी की कमी के दास के आरोपों को भी खारिज किया है. (फाइल फोटो- आजतक/X)

अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, अयोध्या में बारिश के चलते भव्य मंदिर की छतों से पानी टपकने लगा है (Ram Mandir Water Leakage). इतना ही नहीं मंदिर तक जाने वाले रास्ते पर गड्ढे भी बन गए हैं. अयोध्या रेलवे स्टेशन के बाहर भी जलभराव की जानकारी मिली है. अधिकारी गड्ढों को भरने और पानी निकालने में जुट गए हैं.

रिपोर्ट के मुताबिक, मंदिर में नाली के पाइप, गर्भगृह के पास दो निर्माणाधीन सीढ़ियों और 'गुढ़ मंडप' की अस्थायी छत से बारिश का पानी टपकता मिला. मंडप के रास्ते में भी पानी से भरे गड्ढे मिले जिससे संगमरमर का फर्श गंदा और फिसलन भरा हो चुका था. सोशल मीडिया पर मंदिर से जुड़ीं कथित फोटोज वायरल हो रही हैं. मामले पर मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने मीडिया को बताया,

ये बहुत आश्चर्य की बात है. बड़े-बड़े इंजीनियर यहां मंदिर बना रहे हैं लेकिन ये किसी को ज्ञान नहीं रहा कि बारिश होगी तो छत लीक होगी. पहली बारिश में ही मंदिर में पानी चूने लगा और अंदर भर गया. पानी निकलने की जगह नहीं है. इसका जल्द समाधान निकालना जरूरी है नहीं तो फिर से बारिश होने पर पूजा-अर्चना और दर्शन सब बंद हो जाएगा. 

दूसरी तरफ मंदिर ट्रस्ट के अधिकारियों ने जल निकासी की कमी के दास के आरोपों को भी खारिज किया है. ट्रस्ट के एक अधिकारी ने बताया कि पानी की निकासी जानबूझकर बंद की गई ताकि पवित्र जल सीवेज के साथ ना मिल जाए. बोले कि पहली मंजिल पर राम दरबार और गुंबद का निर्माण पूरा होने के बाद ये समस्याएं हल हो जाएंगी. 

ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने भी लीक के आरोपों से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि मंदिर की पहली मंजिल पर बिजली की वायरिंग, वॉटरप्रूफिंग और फर्श पर काम चल रहा है इसलिए जंक्शन बॉक्स से पानी घुस गया. ये पानी ऊपर से नहीं नाली के पाइप से आ रहा था.

कंस्ट्रक्शन मैनेजर ने दी सफाई

रिपोर्ट के मुताबिक, मंदिर के डिज़ाइन और निर्माण प्रबंधक, गिरीश सहस्रभोजनी ने बताया कि आप उस संरचना से 100 प्रतिशत परिणाम की उम्मीद नहीं कर सकते हैं जो लगभग 80 प्रतिशत पूरी बनी है. दावा किया कि निर्माण चरण के दौरान कुछ छोटे-मोटे मुद्दे होंगे लेकिन बुनियादी डिजाइन बनाने में कोई गलती नहीं हुई है. 

ये भी पढ़ें- राम मंदिर की छत से टपक रहा पानी, अब मंदिर बनाने वाली कंपनी ने पूरा सच बताया

मंदिर के रस्ते पर भरे पानी को लेकर अयोध्या के मेयर गिरीश पति त्रिपाठी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि कुछ जगहों पर पहले भी जल-जमाव की संभावना रहती थी क्योंकि वो निचले इलाके में हैं. नए निर्माण के बाद ये पहली बारिश है और हम सभी मुद्दों का तुरंत समाधान कर रहे हैं. अधिकारियों को तैनात किया गया है.

वीडियो: अयोध्या के राम मंदिर से पानी क्यों टपकने लगा? पुजारी अंदर की बात बता गए!