''आपका योगदान अभिनय जगत में कमाल है, खासकर रामायण में, लेकिन आपको रामायण के लिए भी किसी पुरस्कार से सम्मानित नहीं किया गया?''इसके जवाब में अरुण गोविल लिखते हैं-
''चाहे कोई राज्य सरकार हो या केंद्र सरकार, मुझे आज तक किसी सरकार ने कोई सम्मान नहीं दिया है. मैं उत्तर प्रदेश से हूं, लेकिन उस सरकार ने भी मुझे आज तक कोई सम्मान नहीं दिया. और यहां तक कि मैं पचास साल से मुंबई में हूं, लेकिन महाराष्ट्र की सरकार ने भी कोई सम्मान नहीं दिया.''

इसके बाद सोशल मीडिया पर रामायण के बाकी एक्टर्स भी एक-दूसरे लिए अवॉर्ड्स की मांग करने लगे. राणव का रोल करने वाले अरविंद त्रिवेदी ने ट्वीट कर कहा कि सिर्फ अरुण को ही नहीं लक्ष्मण का किरदार निभाने वाले सुनील लहरी को भी अवॉर्ड मिलना चाहिए. फिर सुनील लहरी ने उसी पोस्ट के नीचे अरविंद को भी अवॉर्ड देने की बात कही.

अभी यहां ये सारी बातें चल ही रही थीं कि दूसरी तरफ सीता का रोल करने वाले दीपिका चिखालिया ने इंस्टाग्राम पर एक फोटो पोस्ट की. अरुण गोविल और बाकी एक्टर्स को जहां लगता है कि उन्हें उचित सम्मान नहीं मिला लेकिन सीता का रोल करने वाली दीपिका को ऐसा नहीं लगता. उनकी ये फोटो दिखाती है कि वे इससे संतुष्ट हैं और सम्मान ही मानती हैं.
दीपिका ने जो फोटो पोस्ट की इसमें वो पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के साथ नज़र आ रही हैं. इस फोटो के कैप्शन में उन्होंने लिखा-
''ये पहला मौका था, जब हमें सम्मानित किया गया. हमें अहसास हुआ कि हमने इतिहास बना दिया है. हम 'रामायण' की विरासत का हिस्सा बन चुके हैं. मुझे वो दिन अब भी अच्छे से याद है, जब हमें प्रधानमंत्री से मुलाकात करने के लिए दिल्ली से बुलावा आया था.''
भले इस तस्वीर में सिर्फ दीपिका नज़र आ रही हैं लेकिन जब की ये तस्वीर है, उस वक्त 'रामायण' की बाकी लीडिंग स्टारकास्ट भी तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी से मुलाकात करने गई थी. ये बात रामायण की स्टारकास्ट ने 'द कपिल शर्मा शो' में भी बताई थी.
ये एक्टर्स खुद ही अपने इंटरव्यू में अपनी पॉपुलैरिटी का ज़िक्र करते रहे हैं. कि उन्हें देखने के लिए लाखों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ती थी. लोग उन्हें असली देवता मानते थे. शो के 33 साल बाद भी लोग आपको उतना ही प्यार करते हैं, जो किसी भी अवॉर्ड से बड़ा है.
वीडियो देखें: रामायण में 'त्रिजटा' का रोल करने वाली महिला का आयुष्मान खुराना से क्या कनेक्शन था