रिपोर्ट के मुताबिक, रोजी संगमा का भांजा सैमुअल संगमा अपनी मौसी की देखभाल कर रहा था. अस्पताल में उसने एक वीडियो भी बनाया. जिसमें उसने अपनी मौसी रोजी की हालत में सुधार की बात कही थी. हालांकि, ICU में रोजी को किसी ने आइसक्रीम खिला दी. जिसके कुछ देर बाद उनकी मौत हो गई.
इस पूरे घटनाक्रम का जिक्र करते हुए सैमुअल ने अपने वीडियो में बताया कि जब उसने वार्ड बॉय का वीडियो रिकॉर्ड करना शुरू किया तो वहां के डॉक्टरों ने उसको पीट दिया. यही नहीं, अस्पताल से भी बाहर निकाल दिया.
आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक, रोजी संगमा की मौत के 24 घंटे के भीतर एक होटल के कमरे में सैमुअल संगमा का शव फंदे से लटका हुआ मिला. सैमुअल के पिता ने कहा कि उनका बेटा खुदकुशी नहीं कर सकता क्योंकि वो बहुत हिम्मती था और अपनी मौसी को इंसाफ दिलाने की मुहीम चला रहा था.
दरअसल, सैमुअल अपनी मौसी की मौत के लिए इंसाफ की मांग कर रहा था. उसने इस संबंध में वीडियो भी बनाए थे. जिसे नगालैंड से लेकर असम तक के लोगों का समर्थन मिल रहा था. सैमुअल की मौत के बाद अब लोग उसके लिए भी आवाज उठा रहे हैं. इस पूरे मामले में मेघालय के एक सांसद ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को चिट्ठी लिखकर पूरे मामले की जांच की बात कही है.

Roji Sangma और Samuel Sangma के लिए मांग करने वालों की तरफ से बनाया गया बैनर. (फोटो: आजतक)
सैमुअल के पिता ने यह भी बताया कि 25 जून की सुबह उनकी बात अपने बेटे से हुई थी. उन्होंने बताया कि उनका बेटा अपनी मौसी की संदिग्ध मौत को लेकर काफी परेशान था. दूसरी तरफ उन्होंने सैमुअल की कथित आत्महत्या पर इसलिए भी सवाल उठाए क्योंकि उसके चेहरे पर चोट के गहरे निशान मिले हैं. दूसरी तरफ अस्पताल प्रशासन का कहना है कि वीडियो बनाने को लेकर सैमुअल से धक्का मुक्की जरूर हुई थी, लेकिन किसी ने उसको मारा पीटा नहीं था.
वहीं रोजी की मौत को लेकर भी अस्पताल प्रशासन की प्रतिक्रिया आई है. अस्पताल प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि रोजी को 24 जून को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. भर्ती कराने के दौरान उनकी हालत बहुत खराब थी. हालांकि, डॉक्टरी देखरेख में उनकी हालत में कुछ सुधार हुआ. अस्पताल प्रशासन की तरफ से कहा गया कि हालत सुधरने पर रोजी ने ICU में भर्ती एक दूसरे मरीज को आइसक्रीम खाते हुए देखा और खुद भी खाने की इच्छा जताई. जिसके बाद उन्हें आइसक्रीम दी गई.
हालांकि, सवाल यह भी उठ रहे हैं कि जब रोज़ी की तबीयत खराब थी तो अस्पताल वालों ने उन्हें आइसक्रीम क्यों दी? पुलिस ने क्या किया? इस पूरे मामले को लेकर रोजी और सैमुअल के घरवालों की तरफ से कापसहेड़ा और सफदरजंग थानों में FIR दर्ज कराई गई है. दिल्ली पुलिस इन दोनों मामलों की जांच कर रही है. क्योंकि अस्पताल गुरुग्राम का है, ऐसे में गुरुग्राम पुलिस ने भी मामले की जांच के लिए SIT का गठन किया है.
गुरुग्राम पुलिस SIT ने अस्पताल से रोजी के इलाज के दस्तावेज मंगाए हैं. SIT की तरफ से कहा गया कि बहुत तेजी से जांच की जा रही है और जो भी तथ्य निकलकर आएंगे उनके आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.