वीडियो में राहुल ऑक्सीजन मास्क पकड़े हुए कहते दिखते हैं कि,
"इसकी बहुत कीमत है आज के टाइम पर, इसके बिना मरीज छटपटा जाता है. कुछ भी नहीं आ रहा है इसमें. अटेंडेंट आई थी, मैंने उसको बोला. एक बॉटल होती है. वो उसको फुल करके फ्लो को बढा रहे हैं. इसमें पानी आ जाता है. वो भरके चले जाते हैं. फिर उनको आवाजें लगाओं, आते ही नहीं हैं. पानी छिड़को. मैनेज करो. फिर से उनको आवाज लगाओ, आते ही नहीं हैं. एक-एक, डेढ़-डेढ़ घंटे बाद आते हैं, तब तक मैनेज करो. उनको समझ नहीं आ रहा कि पानी की बॉटल में पानी कम रखना है, फ्लो बढाना है. अगर किसी को बोल दो तो कहते हैं कि प्लीज ये कर दो. तो बोलते हैं कि एक मिनट में आ रहे हैं, आते ही नहीं हैं. इसका क्या करूं मैं."
राहुल वोहरा ने 4 मई को एक पोस्ट किया था. इसमें उन्होंने मदद मांगी थी. लिखा था-
मैं कोविड पॉजिटिव हूं. एडमिट हूं. लगभग चार दिन से लेकिन कोई रिकवरी नहीं. क्या कोई ऐसा अस्पताल है, जहां ऑक्सीजन बेड मिल जाए? क्योंकि यहां मेरा ऑक्सीजन लेवल लगातार नीचे जा रहा है. और कोई देखने वाला नहीं दिल्ली में. मैं बहुत मजबूर होकर ये पोस्ट कर रहा हूं. क्योंकि घरवाले कुछ संभाल नहीं पा रहे.राहुल वोहरा ने अपने फेसबुक पेज Irahul Vohra पर शनिवार 8 मई दोपहर 12:38 पर लास्ट पोस्ट लिखा था.
मुझे भी ट्रीटमेंट अच्छा मिल जाता तो मैं भी बच जाता, तुम्हारा राहुल वोहरा नाम- राहुल वोहरा उम्र- 35 अस्पताल का नाम- राजीव गांधी सुपर स्पेशियलटी हॉस्टपिटल, ताहिरपुर, दिल्ली बेड संख्या- 6554 फ्लोर- 6वीं, बी विंग, HDU राहुल ने PM नरेंद्र मोदी और दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदियो को टैग करके आगे लिखा- जल्द जन्म लूंगा और अच्छा काम करूंगा. अब हिम्मत हार चुका हूं.फेसबुक पोस्ट वायरल होने पर मामले में आम आदमी पार्टी विधायक दिलीप पांडेय ने भी संज्ञान लिया. अस्पताल को कॉल कर बेहतर इलाज की बात कही. जिस पर उन्हें राहुल के BiPAP पर क्रिटिकल होने की जानकारी मिली. डॉक्टर्स की ओर से हरसंभव इलाज की बात कही गई. बाद में उन्हें दूसरे प्राइवेट अस्पताल में शिफ्ट भी कराया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका.














.webp)




.webp)




