एक आरोपी अशफाक ने फेसबुक पर रोहित सोलंकी के नाम से आईडी बनाई थी. ये आईडी इसी साल 16 मई को बनाई गई थी. इसके बाद कमलेश तिवारी को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजा था. फेसबुक पर रोहित बने अशफाक की कमलेश से दोस्ती हो गई. दोनों के बीच चैटिंग शुरू हो गई. इस बातचीत के दौरान ही उसने कमलेश से मुलाकात की इच्छा जताई. और मिलने के लिए समय मांगा. अशफाक ने इस आईडी में प्रोफाइल पिक के तौर पर हिंदू समाज पार्टी का बैनर लगा रखा था. इसकी टैगलाइन थी, 'एक कदम हिंदुत्व की ओर'.
गुजरात एटीएस ने कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. मौलाना मोहसीन शेख सलीम, फैजान और रशीद अहमद. गुजरात एटीएस का दावा है कि तीनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है.

हत्या का आरोपी अशफाक. फोटो-फेसबुक से
अशफाक इनका पड़ोसी था. अशफाक के बारे में ख़ुर्शीद अहमद खान ने बताया-
मेरा सबसे बड़ा बेटा फरीद बेरोजगार है. उसका एक दोस्त है अशफाक, जो मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव का काम करता है. एक दिन अशफाक मेरे पास आया और कहा कि चंडीगढ़ जाना है परीक्षा देने के लिए. वो मेरे बेटे फरीद को भी साथ लेकर गया और तबसे दोनों नहीं लौटे. मुझे नहीं पता है कि उनके साथ क्या हुआ.गौरव तिवारी का मामला क्या है?
गौरव तिवारी. सूरत का रहने वाला है. इसके बारे में बताया जा रहा है कि इसने कमलेश तिवारी को फोन किया था. कहा था कि वो हिन्दू समाज पार्टी में शामिल होना चाहता है. उसने ये भी कहा था कि वह गुजरात का प्रभार देखना चाहता है. लेकिन इसके बाद कमलेश तिवारी और गौरव तिवारी के बीच क्या बात हुई. पुलिस को नहीं पता. कमलेश तिवारी की हत्या के बाद पुलिस ने गौरव तिवारी को हिरासत में लिया था. उससे पूछताछ की थी, लेकिन बाद में उसे छोड़ दिया था.
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