अप्रत्याशित रूप से लोगों ने इस पोल में कोहिमा की लड़ाई को ब्रिटेन के इतिहास की सबसे महान जंग चुना. जबकि तब तक इसे एक भुला दी गयी लड़ाई माना जाता था. आज इस जंग के बारे में क्यों बता रहे हैं? आज 7 दिसंबर है. और साल 1949 के बाद से ये दिन आर्म्ड फोर्सेस फ्लैग डे के रूप में मनाया जाता है. आप में से कुछ लोगों ने अपने स्कूल के दिनों में देखा होगा कि इस दिन छोटे छोटे झंडे बांटे जाते हैं. और उसके बदले में बच्चे कुछ रूपये इकठ्ठा करते हैं. ये रुपया जमा होता है आर्म्ड फोर्सेस फ्लैग फंड में. जिसकी मैनेजिंग कमिटी के अध्यक्ष खुद रक्षा मंत्री होते हैं. इसके अलावा इस कमिटी में तीनों सेनाओं के चीफ, डिफेन्स सक्रेटरी और बाकी वरिष्ठ अधिकारी शामिल होते हैं. इस फंड का इस्तेमाल युद्ध में वीरगति प्राप्त किए सैनिक परिवारों या सेना से रिटायर होने वाले सैनिकों की मदद या पुनर्वास के लिए किया जाता है. साल 1949 में जब आर्म्ड फोर्सेस फ्लैग डे की शुरुआत हुई थी. तब प्रधानमंत्री नेहरू ने कहा था, “ये दिन एक अवसर मुहैया कराता है, ताकि आम नागरिक सेना के प्रति अपना आभार प्रकट कर सकें” इस मौके पर हमने सोचा आपको बताएं एक जंग के बारे में. और उस जंग से जुड़े एक सैनिक की कहानी के बारे में. जिसकी कहानी हमें बताती हैं कि सेना में परम्परा क्या मायने रखती है. देखिए वीडियो.