The Lallantop
Logo

तारीख: कारगिल वॉर में सीने में लगी गोली लेकिन लड़ना नहीं छोड़ा

10 मई, 1980 को बुलंदशहर में योगेंद्र का जन्म हुआ था.

आज ही के दिन यानी 10 मई, 1980 को बुलंदशहर के औरंगाबाद अहिर गांव में योगेंद्र का जन्म हुआ. फौजी का घर था, जज्बे की कोई कमी नहीं थी. पिता करण सिंह यादव कुमाऊं रेजिमेंट का हिस्सा होते हुए 1965 और 1971 की जंग में लड़े थे. 16 की उम्र होगी जब योगेंद्र ने फौज की भर्ती में हिस्सा लिया. जिंदगी के उजले पलों का हिसाब किताब करें तो 5 मई, 1999 को योगेंद्र की शादी हुई थी. तब वे केवल 19 साल के थे. नई दुल्हन के साथ 15 दिन भी नहीं बीते थे कि जम्मू से वॉर के लिए कॉल आ गया. पाकिस्तान कारगिल पर कब्ज़ा कर बैठ गया था. 20 मई, 1999 को उन्होंने जम्मू में रिपोर्टिंग की. देखें वीडियो.