बात 1632 की है, गढ़वाल के राजा महिपत की मृत्यु के बाद उनकी पत्नी कर्णावती ने राज्य की बागडोर संभाल ली थी. उस समय मुगल बादशाह शाहजहां ने गढ़वाल की राजधानी श्रीनगर पर हमले का आदेश दे दिया था. लेकिन रानी कर्णावती ने मुगल सेना को अपनी सूझबूझ से हरा दिया. जानिए ऐसा क्या हुआ कि मुगलों ने रानी कर्णावती को ‘नाक-कटी-रानी’ कहना क्यों शुरू कर दिया था.