साल 1814 की बात है. अंग्रेजों और अमेरिकियों के बीच युद्ध चल रहा था. युद्ध में अमेरिकी फोर्सेस पिछड़ रही थीं. और अंग्रेज़ों का कारवां आगे बढ़ता जा रहा था. समझौते की कोशिश में अमेरिकी ब्रिटिश दल से मिलने गए. ब्रिटिश दल ने उन्हें HMS टोनंट नाम के एक जहाज पर बुलाया. दोनों जैसे ही जहाज पर चढ़े उनके कानों में कुछ शब्द पड़े. अंदर फोर्ट मैकहेनरी नाम के एक किले पर हमले की प्लानिंग चल रही थी. दोनों वापिस भागे. ताकि अमेरिकी फौज को सावधान कर सकें. लेकिन जब तक दोनों पहुंचते, फोर्ट मैकहेनरी पर रॉकेट की बरसात शुरू हो चुकी थी. इन रॉकेट्स का अपना एक इतिहास है (history of rockets). जानने के लिए वीडियो देखें.
तारीख: रॉकेट का इतिहास क्या है? टीपू सुल्तान के रॉकेट अमेरिका कैसे पहुंचे?
America का राष्ट्रीय गान जिन Rockets की बात करता है. उनका एक रिश्ता India से भी है. ये वही रॉकेट थे जो पहली बार मैसूर रियासत के शासक, Tipu Sultan ने चलाए थे. आज आपको सुनाएंगे कहानी इन्हीं रॉकेट्स की.
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