जब कोई ख़ुद ही अपनी राह में कांटे बिछाए तो उसे क्या कहा जाता है? अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना. या अपने लिए गड्ढा खोदना. अंग्रेज़ी में कहते हैं-सेल्फ गोल करना. कुछ राजनीतिक जानकार इसके लिए एक कहावत और इस्तेमाल करते हैं. कांग्रेस नेताओं का बयान हो जाना. कि तुम तो कतई कांग्रेसियों के बयान हो गए हो, यानी सींगों वाले बैल को दावत दे रहे हो. इस रचनात्मक विधा में मणिशंकर अय्यर को महारत हासिल रही. ऐन चुनावी मौके पर उनके बयानों ने पर्याप्त असहजताएं कांग्रेस के लिए पैदा कीं. लेकिन इसी परंपरा में अब नया नाम है- पित्रौदा. सैम पित्रौदा.
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क्या भारत में विभिन्न धर्मों में संपत्ति के अधिकार को लेकर कोई अलग-अलग व्यवस्था है या एक सी ही है?
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