राजस्थान के अजमेर की सीमा से लगे ब्यावर जिले में कई स्कूली छात्राओं के साथ यौन शोषण, ब्लैकमेलिंग और धर्म परिवर्तन जैसी गंभीर घटनाएं सामने आई हैं. 16 फरवरी को कुछ स्कूली छात्राओं ने तीन एफआईआर दर्ज कराईं, जिसमें इन आरोपों का खुलासा हुआ. इस मामले में अब तक 5 नाबालिगों समेत 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें एक पूर्व पार्षद हकीम कुरैशी भी शामिल है. इस मामले के सामने आने के बाद पूरे राजस्थान में विरोध प्रदर्शन हुए. इस मुद्दे को राजस्थान विधानसभा में भी उठाया गया. इतना ही नहीं, इस मामले को अजमेर में 1992 में हुए रेप केस से भी जोड़कर देखा जा रहा है. लल्लनटॉप की टीम ब्यावर के बिजयनगर पहुंची और मीडिया में चल रही खबरों के पीछे की सच्चाई को उजागर करने की कोशिश की. विपिन किराड़ और राशिद अली काजमी ने ग्राउंड पर जाकर इस केस की फाइनल रिपोर्ट आपके सामने पेश करने की कोशिश की. इस फाइनल रिपोर्ट को देखने के लिए पूरा वीडियो देखें.
फाइनल रिपोर्ट: अजमेर यौन शोषण और ब्लैकमेलिंग कांड का कच्चा चिट्ठा
इस मामले को अजमेर में 1992 में हुए रेप केस से भी जोड़कर देखा जा रहा है.
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