फ्लिपकार्ट एक ई कामर्स कंपनी है, जो ऑनलाइन यानी इंटरनेट के जरिए प्रोडक्ट बेचती है. सचिन-बिन्नी की इसी कंपनी को अमेरिका की दिग्गज रिटेल कंपनी वालमार्ट ने बीते साल खरीद लिया था. सचिन बंसल ने मई, 2018 में फ्लिपकार्ट को बेचा था. उस फ्लिपकार्ट को जिसकी स्थापना उन्होंने बिन्नी बंसल के साथ मिलकर साल 2007 में की थी. इसकी 77 फीसदी हिस्सेदारी बेचने पर दोनों को करीब 1.05 लाख करोड़ रुपए मिले थे. लेकिन हम यहां केवल सचिन बंसल के निवेश के बारे में बता रहे हैं.
कितना और कैसे हिस्सा मिलेगा ओला में? सचिन बंसल ने ओला में फिलहाल 0.37 फीसदी शेयर यानी हिस्सा खरीदा है. ये उनका पहला बड़ा निजी निवेश है. सचिन ने ओला के 70,588 तरजीही शेयर 21,250 रुपए प्रति शेयर की दर से खरीदे हैं. तरजीही यानी प्रिफरेंशियल शेयर वो शेयर होते हैं, जिसमें निवेशक को दो तरह की प्राथमिकता मिलती है. पहली ये कि ऐसे निवेशकों को कंपनी से एक निश्चित दर पर लाभांश मिलता है. दूसरी प्राथमिकता ये कि अगर कंपनी बंद होती है, तो कर्ज चुकाने के बाद ऐसे निवेशकों का पैसा पहले लौटाया जाएगा. इस तरह ओला मुनाफे में आने के बाद जब भी उसका हिस्सा बांटेगी, तब सचिन बंसल को एक तय दर पर लाभ में हिस्सा मिलेगा. और खुदा न खास्ता अगर ओला बंद होती है, तो सचिन बंसल को उनका पैसा पहले मिलेगा. एक रिपोर्ट के मुताबिक सचिन बंसल अलग-अलग स्टेज में ओला में 700 करोड़ रुपया लगाएंगे. ओला ने सचिन बंसल के मौजूदा निवेश की जानकारी रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज़ को दी है.
ओला को क्या फायदा होगा?

ओला लगातार निवेश आकर्षित करने की कोशिशों में जुटी हुई है. सांकेतिक तस्वीर. इंडिया टुडे.
ओला में निवेश से कंपनी को कारोबार बढ़ाने में मदद मिलेगी. कंपनी लगातार अपना कारोबार बढ़ा रही है. ओला अब उबर के मुकाबले अंतरराष्ट्रीय बाजार में पैर फैला रही है. सितंबर, 2018 में ओला ने ब्रिटेन में अपनी सेवाएं शुरू की थीं. कोई 6 महीने पहले कंपनी अपना कारोबार ऑस्ट्रेलिया में भी शुरू कर चुकी है. भारत में भी ओला का करीब 100 शहरों में कारोबार है. छोटे शहरों में भी कंपनी लगातार अपनी सेवाएं बढ़ा रही है.
ये जुआ क्यों खेला सचिन बंसल ने?

फ्लिपकार्ट को वालमार्ट के हाथों बेचने के बाद सचिन का ये बड़ा दांव है. फाइल फोटो. इंडिया टुडे.
एक रिपोर्ट के मुताबिक सचिन बंसल ने अपनी कुल निजी पूंजी में से 10 फीसदी ओला में लगाने का फैसला किया है. ये सचिन का ओला पर बड़ा दांव है. असल में ओला पिछले 5 साल से देश की टॉप-5 इंटरनेट कंपनियों में बनी हुई है. कंपनी लगातार अच्छा कारोबार कर रही है. इसके अलावा ओला के को-फाउंडर भाविश अग्रवाल और सचिन बंसल एक दूसरे को निजी तौर पर अच्छे से जानते हैं. कोई साल भर पहले सचिन बंसल ने इंडिया टेक नाम से एक प्रोग्राम ऑर्गनाइज किया था. इसमें भाविश अग्रवाल ने उनका बड़ा सहयोग किया था. अमेरिकी पत्रिका टाइम ने साल 2018 में भाविश अग्रवाल को असरदार लोगों की सूची में स्थान दिया. इस पर सचिन बंसल ने उनके लिए फॉरवर्ड लिखा था. जाहिर है दोनों के बीच गहरे रिश्ते हैं. और ओला में सचिन के निवेश की ये बड़ी वजह बनी.
बेंगलुरु में प्रॉपर्टी खरीदने की भी खबर है एक रिपोर्ट के मुताबिक सचिन बंसल बेंगलुरु में करीब 45 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी भी खरीद रहे हैं. इसकी डील फाइनल हो चुकी है. ये प्रॉपर्टी बेंगलुरु के कोरामंगला इलाके में है. सचिन यहां पहले से ही रहते आए हैं. इस इलाके में कई अरबपति रहते हैं. ये एक रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी है. इस इलाके में इन्फोसिस के को-फाउंडर नंदन नीलेकणि, कृष गोपालकृष्णन, नारायणा हेल्थ की फाउंडर डॉ. देवी शेट्टी और बीपीएल मोबाइल फोन के फाउंडर राजीव चंद्रशेखर भी रहते हैं. बंसल की 2 भव्य प्रॉपर्टीज 5,800 और 5,000 स्क्वेयर फीट की हैं. इनके लिए वे 44,000 और 38,000 रुपए प्रति स्क्वेयर फीट की कीमत दे रहे हैं. कुछ साल पहले फ्लिपकार्ट के को-फाउंडर बिन्नी बसंल ने भी इस इलाके में 32 करोड़ रुपए में 10,000 स्क्वेयर फीट की प्रॉपर्टी खरीदी थी.
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