अटल बिहारी वाजपेयी के राजनीतिक जीवन के बारे में इतना कुछ लिखा-पढ़ा गया है कि उनकी निजी ज़िंदगी हमेशा नेपथ्य में हो जाती है. मसलन जानवरों के साथ उनका. उनके पास पालतू कुत्ते थे, जिनसे खेलना उन्हें खूब भाता था. बिल्लियों से भी उन्हें लगाव था. इंटरनेट पर आपको ऐसी कई तस्वीरें मिलेंगी, जिनमें अटल जानवरों के साथ खेलते नज़र आ रहे हैं.
जब डिज़्नीलैंड की राइड लेने के लिए कतार में खड़े हुए थे अटल बिहारी
डिज़्नीलैंड और अटल बिहारी का नाम एक साथ सुनकर चौंकिए मत. किस्सा पढ़िए. बहुत मज़ेदार है.
इसके अलावा अटल मिठाई के बड़े शौकीन थे. खुद तो खाते ही थे और उनके प्रधानमंत्री रहने के दौरान जब कोई उनसे मिलने आता था, तो उसे कचौड़ी के साथ रसगुल्ले परोसे जाते थे. बाद में जब अटल को किडनी संबंधी दिक्कतें और UTI की समस्या हुई, तो उनकी मिठाई की खुराक बहुत कम कर दी गई थी.
अटल जितने मेच्योर नेता था, उसे देखते हुए ये इमैजिन करना मुश्किल है कि उनके अंदर एक बच्चा भी था, जो हमेशा बाहर आने के लिए बेकरार रहता था. आउटलुक मैग्ज़ीन ने एक बार अटल के आखिरी वक्त तक सहयोगी रहे शिव कुमार से बात की. इस बातचीत में 1993 में हुए अटल के अमेरिका दौरे का ज़िक्र हुआ. उस समय अटल सांसद थे. शिव बताते हैं कि ऑफीशियल काम खत्म होने के बाद वो दोनों पहले ग्रैंड केयन नेशनल पार्क गए और फिर डिज़्नीलैंड गए.
अटल उस समय 69 साल के थे. शिव बताते हैं कि उन जगहों ने अटल को मोह लिया था. उन्होंने कई राइड्स लीं और उनमें बच्चों जैसा उत्साह दिख रहा था. मैग्ज़ीन ने शिव के हवाले से लिखा था, 'हम हर राइड के लिए कतार में खड़े हुए थे. मुझे नहीं याद आता कि मैंने कब उन्हें इतने खिलंदड़ मूड में देखा था.'
2007 के बाद से अटल का स्वास्थ्य लगातार खराब होता गया. इन्हीं शिव कुमार से जब 2017 में बीबीसी की पत्रकार ने अटल की तबीयत के बारे में पूछा, तो उन्होंने कहा था, 'मेरी मुलाकात उनसे रोज़ होती है. जहां तक उनकी सेहत का सवाल है, मेरे हिसाब से न वो स्वस्थ हैं, न वो अस्वस्थ हैं, वृद्धावस्था की बीमारी से ग्रस्त हैं.'
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