परवेज़ ने जो किया वैसी कहानी पहले सुनने को नहीं आई है. वो ये जानते हुए मदीने गए कि उस देश में समलैंगिकों को मौत की सज़ा दी जाती है. जैसे एक अपराध के लिए उनके सामने वहां किसी का सिर कत्ल कर दिया गया और वो देखते रहे. उस आदमी से कुछ घंटे पहले सुबह ही उन्होंने स्काइप पर बात की थी. अपनी हज जर्नी पर परवेज़ ने डाक्यूमेंट्री भी बनाई. नाम है - A Sinner In Meccaa. इसका हिंदी मतलब बनता है - "मक्का में एक पापी."
डॉक्यूमेट्री बनाते हुए भी उन्होंने ये खतरा मोल लिया क्योंकि वहां फोटोग्राफी करना लिमिटेड है.

अमेरिका में अपनी डाक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग के दौरान परवेज़.
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से आने वाले परवेज़ शर्मा ने दिल्ली से मास कम्युनिकेशन की पढ़ाई की थी. उसके बाद उन्होंने अमेरिका में नौकरी की. अब वे वहीं रहते हैं. उनके हज जाने की वजह उनकी मां रहीं. परवेज़ समलैंगिक थे तो उनकी मां जब तक जिंदा रहीं उनसे नाराज रहीं. इस्लाम के लोगों ने उन्हें काफिर कहा. अपनी मां को लेकर वो बहुत अशांत थे. वे गुज़र भी गई थीं. परवेज अब अंदरूनी पीस चाहते थे और अपने धर्म को फॉलो करने की अपनी आज़ादी भी मुकम्मल करना चाहते थे. इसलिए उन्होंने तय किया कि जान के खतरे के बावजूद जाएंगे. उन्होंने जाने से पहले ही प्लान कर लिया कि अपनी जर्नी को रिकॉर्ड करेंगे. सऊदी जाने से तीन दिन पहले उन्होंने अपने फ़ोन पर एक वीडियो रिकॉर्ड किया था जिसमे उन्होंने बताया कि वो वहां जाने वाले हैं.
पूरी हज यात्रा के दौरान उन्होंने अपना फ़ोन अपने गले में टेप की मदद से चिपका कर रखा था ताकि सही से रिकॉर्डिंग हो सके. एक बार तो वो रिकॉर्डिंग करते पकड़े भी गए, जिसके बाद उनके फ़ोन से रिकॉर्ड की गई फुटेज डिलीट कर दी गई. उनका फ़ोन भी जब्त कर लिया गया. डर भरी इस जर्नी के बाद वे सकुशल लौट आए. मक्का में रिकॉर्ड की वीडियो क्लिप्स, फोटोज़ और एक्सपीरियंस से उन्होंने "अ सिनर इन मक्का" बनाई.अपने हज एक्सपीरियंस के बारे में परवेज़ ने एक इंटरेक्शन में बताया था कि स्पिरिचुअल तौर पर मक्का से लौटकर वे खुद को बेहतर इंसान महसूस कर रहे हैं, लेकिन ऐसी बहुत सी चीज़ें भी रहीं जिनकी वजह से सऊदी, वहां रह रहे मुसलमानों और उनकी रीतियों से उनका मोहभंग हो गया. उन्होंने न्यू यॉर्क टाइम्स से जब ये बातें कीं तो इस शर्त पर कि उनके हस्बैंड, दोस्तों और फैमिली के बारे में बात नहीं की जाएगी.

अपनी हज यात्रा के दौरान परवेज़.
परवेज़ ने और बताया कि सऊदी में कुछ जगहें ऐसी हैं जहां पर प्लास्टिक, पेपर और कचरे के ढेर पड़े हैं लेकिन कोई सफाई नहीं होती. हज के दौरान एक पति-पत्नी बिछड़ गए थे. उसके बाद वहां उन महिला को गलत तरीके से छुआ गया. मोलेस्ट किया गया. पूजा स्थल से हज़ार फुट की दूरी पर मॉल बना है, जहां सुख-सुविधाओं के लिए सभी पश्चिमी चीज़ें बेची-खरीदी जाती हैं. वहां वो चीज़ें भी बिकती हैं जिन चीज़ों के उपयोग पर हज के दौरान मनाही है. हज के दौरान परवेज़ ने अपने पास खड़े दो लोगों को सुना, "अच्छा है कि यहां गैर-मुस्लिम और पश्चिमी दुनिया के लोगों को नहीं आने दिया जाता वरना उन्हें भी इन सब चीज़ों के बारे में पता चल जाता."

परवेज़ द्वारा यात्रा के दौरान ली गई फोटो.
इस डाक्यूमेंट्री के आने के बाद उन्हें लगातार फ़ोन, मेल और फेसबुक पर जान से मारने की धमकियां मिलीं. यूट्यूब पर इस फिल्म के कमेंट्स में ऐसी ही गालियां और धमकियां भरी पड़ी हैं.
'अ सिनर इन मक्का' का ट्रेलर देखें: