आशिकी में राहुल बने राहुल, फिर उसके बाद उनकी कोई फिल्म 'आशिकी' के मेयार को छू नहीं पाई. हिट तो क्या ही हुई, 'सपने साजन के' फिल्म के अलावा सब एवरेज ही रहीं. 'आशिकी' के बारे में एक बार बताते हुए राहुल ने कहा था "उसमें मुझे लंबे बाल रखने के लिए कहा गया था. जो मुझे बहुत अजीब लगता था." लेकिन राहुल को अजीब लगने से क्या होता है. डायरेक्टर तो गोविंदा को सुपरमैन की ड्रेस भी पहनाकर नचा देता है. सलमान को भी 'तेरे नाम' में नोकदार बाल आंखों में घुसने वाले रखने को कहता है. जो फिल्म रिलीज के बाद पब्लिक के लिए चरस बन जाते हैं. जनता एडिक्ट हो जाती है उस स्टाइल की. अगर पॉपुलरिटी की कोई ऐसी लिस्ट बने जिसमें सिंगल फिल्मों की वजह से याद रखे जाने वाले लोग शामिल हों तो उसमें राहुल रॉय पहले नंबर पर होंगे. उनका साथ निभाएंगे अरुण गोविल, रामायण के राम. राम जी को तो फिर भी काफी काम मिलता रहा. भले बाद में पूजा न हुई. लेकिन राहुल रॉय को गिनती की फिल्में मिलीं. जिनमें 'जुनून' भी शामिल है. जिसमें ये खूबसूरत नौजवान भेड़िए में तब्दील हो जाता था.
आशिकी से शुरू हुआ सफर 'टू बी ऑर नॉट टू बी' जैसी बंडल फिल्मों तक चला. 2006 में 'बिग बॉस' का पहला सीज़न टेलीकास्ट हुआ तो उसमें नजर आए. कायदे से वहीं से बिग बॉस को फुंके कारतूसों का अड्डा कहा जाने लगा. तो आज भले राहुल को फुंका हुआ कारतूस कहकर किनारे कर दो, लेकिन उनके कल्ट को इग्नोर नहीं कर पाओगे. 'आशिकी' का गाना सुनते जाओ. https://www.youtube.com/watch?v=YCuhzjK11iA ये भी पढ़ें: बॉबी देओल ने जिस जमाने में फैन फॉलोविंग खड़ी की, तब ट्रोलर्स पैदा नहीं हुए थे धर्मेंद्र के 22 बेस्ट गाने: जिनके जैसा हैंडसम, चुंबकीय हीरो फिर नहीं हुआ गोविंदा के 48 गाने: ख़ून में घुलकर बहने वाली ऐसी भरपूर ख़ुशी दूजी नहीं













.webp)
.webp)









