लाल जूती से सीढ़ियां उतरती, बड़े-बड़े इयररिंग पहने शिल्पा शेट्टी. परदे पर पहली बार दिखीं तो मदन चोपड़ा की बेटी के तौर पर. नाम हुआ सीमा चोपड़ा. मदन चोपड़ा वो आदमी है जिसने अजय शर्मा के बाप से उनका सबकुछ छीन लिया. जिसकी वजह से अजय की बहन और बाप को मरना पड़ा था. बदला कुछ यूं निकाला गया कि अजय ने शादी के बहाने से बिल्डिंग की सबसे ऊंची जगह से ले जाकर उसे धक्का दे दिया. ये फिल्म थी 'बाजीगर'. साल 1993. अब्बास-मुस्तन की पिच्चर. ये शिल्पा शेट्टी की पहली पिच्चर थी. लेकिन इसके 1991 में वो लिम्का के एक विज्ञापन में देखी जा चुकी थीं.
ज्ञान: शिल्पा शेट्टी का फिल्मों में बोला गया पहला शब्द था 'बाबूलाल'.

इस फिल्म के बाद उन्हें जिस फिल्म में नोटिस किया गया, वो थी 'मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी'. 'नोटिस किया गया' लिखने की सीधी वजह ये है कि एंटीने वाली टीवी पर ज्यादा मौकों पर यही फिल्म दिखाई जाती थी. जनता इस चीज से रिलेट कर सकती है. बाजीगर में जहां शाहरुख दो नाम रखे नज़र आ रहे थे. इस फिल्म में शिल्पा शेट्टी ने दो जनों का किरदार निभाया. मोना और बसंती. याद रखा जाए कि पहली ही फिल्म में शिल्पा शेट्टी को एक बेचारी मौत दे दी गई थी. जनता की सहानुभूति उनके साथ तब से थी. जब से वो बिल्डिंग से गिरी थीं. एक बार फिर उन्हें गोली लगी और वो टॉवर सरीखी किसी जगह से नीचे आ गिरीं. एक और फिल्म में उन्हें फिर मरता देख जनता Hawww टाइप्स हो गई. यहीं वो ऐतिहासिक दृश्य रूपहले परदे पर देखा गया जब साक्षात अक्षय कुमार हवा में उड़ते हेलीकॉप्टर को गोली मार नीचे गिराने का प्रयास करते नज़र आए थे.
ज्ञान : 'मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी' के अलावा शिल्पा ने पृथ्वी नाम की फिल्म में डबल रोल किया था, जिसमें उनका एक नाम नेहा और दूसरा रश्मि था.

तदुपरांत अनेकानेक पिच्चरों में काम करने बाद साल 2000 आया. ये वो समय था जब आमजन में Y2K का भय व्याप्त था. लेकिन परदे ने एक नए किस्म के भय से सामना किया. ये कोई दैत्य नहीं था. देव था. देव अर्थात दूसरा शेट्टी. सुनील शेट्टी. जिसने कहा 'मैं तुम्हें भूल जाऊं ये हो नहीं सकता, और तुम मुझे भूल जाओ, ये मैं होने नहीं दूंगा.' जाने कितने गलबजुआ इस लाइन को दोहरा-दोहराकर कॉमेडियन हो गए. लेकिन ये लाइनें कही गईं थीं शिल्पा शेट्टी के लिए. जिनका ब्याह राम से हो गया. ब्याह के वक़्त गाना बजा और जनता ये अनुमान लगाती रह गई कि कादर खान कव्वाली गाते हुए 'दरकन-दरकन' कह रहे हैं या 'धड़कन-धड़कन.' फिल्म चली और साल की चौथी बड़ी फिल्म बन गई.
ज्ञान: जनता ने भले 'तुम मुझे भूल जाओ...' को फेमस कर दिया, असल डायलॉग तो वो था जो किरन कुमार से मिलने के ठीक पहले सुनील शेट्टी ने मारा था. जानने के लिए फिल्म देखें.

जनता से शिल्पा की सहानुभूति का एक और किस्सा है. जिसने उन्हें सेलिब्रिटी बिग ब्रदर 5 जिता दिया था. जहां जेड गूडी ने उन पर नस्ली टिप्पणियां की थी. बड़े लेवल पर बवाल हुआ. वैश्विक बहस सी छिड़ी. उन्हें ढेर सी बातें सुननी पड़ती थी. लोग उन्हें कहते कि तुम भारतीय इतने पतले इसलिए रहते हो क्योंकि अक्सर बीमार रहते हो क्योंकि खाना अधपका खाते हो. कहा जाता कि जाओ झुग्गी में रहो. उन्हें शिल्पा फकावाला, पाकिस्तानी, शिल्पा दारूपा, शिल्पा पोपड़म जाने क्या-क्या अनर्गल कह-कह चिढाया जाता. अंग्रेजी का मजाक भी उड़ाया जाता था. विवाद बढ़ा. इतना कि सरकारों ने भी बयान जारी किए. यूके की सरकार भी मुखर हुई और भारत की भी. 2008 वाले सीजन का सस्पेंशन हुआ. कई कंपनियों ने शो से अपने रिश्ते तोड़ लिए. जेड गूडी के अलावा भी जिन लोगों ने शिल्पा पर निशाना साधा था, उनसे जुड़े ब्रांड्स ने उनके साथ अपने करार खत्म कर लिए. बाकी बाद में ये हुआ कि सबको शिल्पा ने माफ-वाफ कर दिया. शो से निकलने के बाद जेड गूडी ने माफियां भी मांगी. पब्लिक में उनकी इमेज बहुत खराब भी हो चुकी थी. इस सारे वाकये का दुखद अंत ये हुआ कि जेड गूडी की 22 मार्च 2009 को सर्विकल कैंसर से मौत हो गई.
ज्ञान : जेड गूडी भारत भी आई थीं. बिग बॉस में हिस्सा भी लिया. लेकिन बहुत जल्द यहां से लौट गईं. शो के दूसरे ही दिन उन्हें ये बात पता चली थी कि उन्हें सर्विकल कैंसर है. जिसका टेस्ट वो भारत आने से पहले कराके आई थीं.

22 नवंबर 2009 को शिल्पा ने राज कुंद्रा से ब्याह कर लिया. बाद में वो मैदान में भी नज़र आती थीं. आईपीएल की टीम की मालकिन (पढ़ें को-ओनर) जो थीं. उन्होंने 'ढिशक्याऊं' नाम की एक फिल्म भी बनाई. बतौर प्रोड्यूसर. फिल्म हिट नहीं रही. लेकिन शिल्पा अन्य-अन्य काम में व्यस्त रहती हैं. समाज सेवा टाइप्स काम करती हैं. कहीं जज बनी नज़र आती हैं. कहीं एड्स से बचाव जैसे काम करती हैं. और कुछ नहीं तो आलसियों को फिटनेस दुरुस्त रखने की सलाह भी देती नज़र आती हैं. फिर टीवी पर उनके एड आने भी शुरू हुए. और निशाने पर वो लोग थे जो कूड़ा फैलाते हैं. https://youtu.be/SM0bw3AZK6I
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