तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को बड़ा हादसा हो गया. चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत अन्य 12 अधिकारियों को ले जा रहा सेना का एक हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया. इस हेलिकॉप्टर में सवार 13 लोगों की मौत हो गई. मरने वालों में जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत भी शामिल हैं.इससे पहले भी कई बार कुछ ऐसे विमान हादसे हुए हैं, जिनमें महत्वपूर्ण लोगों की जानें गईं. इन लोगों में सैन्य अधिकारियों से लेकर राजनीतिक दलों के नेता शामिल थे. हालांकि, कुछ विमान दुर्घटनाएं ऐसी भी थीं, जिनमें बड़े नेता बाल-बाल बच गए. ऐसे ही कुछ हाईप्रोफाइल विमान हादसों का ब्योरा आपको देते हैं. #कश्मीर में इंडियन एयरफ़ोर्स का हेलिकॉप्टर क्रैश 23 नवंबर 1963, इंडियन एयरफ़ोर्स का एक हेलिकॉप्टर कश्मीर के पुंछ सेक्टर में क्रैश हो गया था. ये हादसा कुछ-कुछ वैसा ही था, जैसा बुधवार 8 दिसंबर को जनरल बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर के साथ हुआ. इस हादसे में हेलिकॉप्टर में लेफ्टिनेंट जनरल बिक्रम सिंह, एयरवाइस मार्शल एरिक पिंटो और फ्लाइट लेफ्टिनेंट एसएस सोढ़ी के अलावा तीन और लोग थे. कुल 6. पुंछ में बिजली और पानी की सप्लाई की दिक्कत थी, काम चल रहा था, जिसके इंस्पेक्शन के लिए ये लोग गए हुए थे. वापसी में पुंछ नदी के पास टेलीग्राफ लाइन से टकराने के चलते विमान क्रैश हो गया और सभी 6 ऑफिसर्स की जान चली गई.

1962 के युद्ध के दौरान का एक चित्र (फोटो साभार- indianairforce.nic.in)
#लेफ्टिनेंट जनरल जमील महमूद का हेलिकॉप्टर क्रैश ये हादसा भी जनरल बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर के साथ हुए हादसे से मिलता-जुलता है. इस बार भी सेना का एमआई-17 हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ था. दुर्घटना ख़राब मौसम के चलते हुई थी. जमील महमूद के अलावा हेलिकॉप्टर में उनकी पत्नी और कुछ अन्य सैन्य अधिकारी कर्नल एमएन अहमद, लेफ्टिनेंट लक्ष्मण त्यागी, जी. त्यागराजन और हवलदार एस वासुदेवन के अलावा फ्लाइंग पायलट भी हेलिकॉप्टर में सवार थे. दुर्घटना में सभी लोगों की मौत हो गई थी.

लेफ्टिनेंट जनरल जमील महमूद (फोटो सोर्स - indianarmy)
#आंध्रप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री YSR का विमान क्रैश साल 2009. 3 सितम्बर को YSR के नाम से फेमस आंध्रप्रदेश के एक्स सीएम डॉक्टर येदुगुड़ी संदिंती राजशेखर रेड्डी का शव मिला था. वो जिस हेलिकॉप्टर में सवार थे वो एक दिन पहले नल्लामल्ला के जंगलों में लापता हो गया और अगले दिन यानी तीन सितंबर को करनूल से कुछ दूर रूद्रकोंडा की पहाड़ी पर उनका शव मिला. अमेरिकन टेक्नोलॉजी वाले डबल इंजन चॉपर बेल-430 में रेड्डी के साथ चार और लोग सवार थे. हादसे में सभी की मौत हो गई थी. कहा जाता है कि YSR के लापता हेलिकॉप्टर की तलाशी के लिए एयरफोर्स और इसरो ने मिलकर सबसे बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया था. YSR की मौत के बाद आंध्रप्रदेश के लोग गहरे सदमे में चले गए थे. अख़बारों में खबरें चल रहीं थीं कि YSR के जाने के बाद पांच दिनों में 300 लोगों की हार्टअटैक से मौत हुई.

हेलिकॉप्टर के मलबे से मिला CVR , बाएं ,जिससे क्रैश के घटनाक्रम का पता लगा , YSR रेड्डी दाएं (तस्वीर Getty)
#गुजरात के सीएम के विमान को पाक फाइटर प्लेन ने गिराया 19 सितम्बर 1965. हिन्दुस्तान और पाकिस्तान का युद्ध चल रहा था. गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री बलवंत राय मेहता अन्य चार लोगों के साथ हेलिकॉप्टर में सवार थे. इलाका था कच्छ का रण. यानी बैटल ग्राउंड के आसपास ही. मीठापुर से उड़ान भरने के कुछ देर बाद जब मेहता का हेलिकॉप्टर कच्छ के रनवे के आसपास पहुंचा तो पाकिस्तानी फाइटर प्लेन ने उसे इंटरसेप्ट किया और मार गिराया. सभी पांच लोग मारे गए. पाकिस्तानी फाइटर प्लेन चलाने वाले कैश हुसैन ने बाद में इसके लिए माफी मांगी थी.

पाकिस्तानी फाइटर प्लेन (आज तक)
#संजय गांधी का विमान क्रैश इंदिरा गांधी के बेटे और अपने वक़्त में कांग्रेस के तेज़तर्रार नेता रहे संजय गांधी भी 23 जून 1980 को पिट्स एस-2 ए नाम का अपना निजी विमान उड़ा रहे थे. ये लाल रंग का और बहुत हल्के इंजन का ग्लाइडर था. उनके साथ दिल्ली फ्लाइंग क्लब के चीफ इन्स्ट्रक्टर सुभाष सक्सेना भी थे. हवा में कलाबाजी करते हुए संजय ग्लाइडर को बहुत नीचे ले आए, जिसके बाद ग्लाइडर संजय के कंट्रोल से बाहर हो गया और दिल्ली के सफदरजंग इलाके में विमान क्रैश हो गया. संजय और उनके साथी इस हादसे में मारे गए.

सुभाष सक्सेना और संजय गांधी, हादसे के बाद ग्लाइडर का मलबा (फाइल फोटो)
#माधवराव सिंधिया का हेलिकॉप्टर क्रैश मध्यप्रदेश के राजघराने से आने वाले माधवराव सिंधिया कांग्रेस के दिग्गज नेता और कैबिनेट मंत्री रहे. 30 सितंबर 2001 को माधवराव सिंधिया हेलिकॉप्टर से यूपी के कानपुर जा रहे थे. यहां उन्हें एक जनसभा को संबोधित करना था. लेकिन रास्ते में ही हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया और सिंधिया समेत सभी लोग मारे गए.

माधव राव सिंधिया (फोटो - getty)
#लोकसभा स्पीकर बालायोगी का हेलिकॉप्टर क्रैश तारीख़ 3 मार्च 2002. लोकसभा के स्पीकर और तेलुगु देशम पार्टी के लीडर रहे GMC बालायोगी हेलिकॉप्टर से सफ़र कर रहे थे. हेलिकॉप्टर था बेल-206. ख़राब विजिबिलिटी के चलते पायलट ने एक तालाब को ज़मीन समझ लिया. और गलत लैंडिंग के चलते हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया. बालयोगी की मृत्यु हो गई.

बालयोगी (फोटो सोर्स -wikimedia)
#मेघालय के मंत्री सहित दस लोगों की मौत तारीख़ 22 सितम्बर 2004. खराब मौसम के चलते हेलिकॉप्टर उतरने के कुछ मिनट पहले क्रैश हो गया था. हादसे में मेघालय के मंत्री साइप्रियन आर संगमा और दो विधायक अर्धेंदु चौधरी और हेल्टोन मराक समेत कुल दस लोग मारे गए थे. पवन हंस नाम के इस हेलिकॉप्टर को सिर्फ 25 मिनट की उड़ान भरनी थी. गुवाहाटी से शिलांग जाना था. लेकिन मेघालय से करीब 40 किलोमीटर दूर किरदेम कोलाई इलाके में हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया. #हरियाणा के मंत्री ओपी जिंदल तारीख़ 31 मार्च 2005. ओपी जिंदल जो उस वक़्त हरियाणा के उर्जा मंत्री थे, चॉपर में कृषि मंत्री सुरेन्द्र सिंह के साथ सवार थे. तकनीकी खराबी के चलते चॉपर क्रैश हो गया, यूपी के सहारनपुर के पास हुए इस हादसे में चॉपर में सवार सभी लोग मारे गए.

ओपी जिंदल एक सफल बिज़नेसमैन और राजनेता रहे (फोटो सोर्स -ट्विटर)
#अरुणाचल प्रदेश के सीएम दोरजी खांडू मई 2011 में अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री दोरजी खांडू और चार अन्य लोग सिंगल इंजन वाले पवन हंस एएस-बी350-बी3 हेलिकॉप्टर में सवार थे. हेलिकॉप्टर ने 30 अप्रैल को तवांग से सुबह करीब 10 बजे उड़ान भरी और कुछ देर बाद क्रैश हो गया. हेलिकॉप्टर लापता होते ही खोजबीन शुरू हुई. सेटेलाइट पिक्चर और सुखोई-30 विमान की इन्फ्रारेड इमेजेज से मदद मिली और हेलिकॉप्टर के मलबे का पता चल गया. दुर्घटना में मुख्यमंत्री दोरजी खांडू समेत यात्रा कर रहे सभी लोग मारे गए थे.
इसी तरह साल 1973 में कांग्रेस के मोहन कुमारमंगलम का विमान दिल्ली के पास क्रैश हो गया था जिसमें उनकी जान चली गई #जब विमान हादसों में बच गए लीडर्स हालांकि, कई नेता इस मामले में भाग्यशाली रहे. जिनका विमान तो क्रैश हुआ लेकिन वो बच गए.
- मोरारजी देसाई जो देश के प्रधानमंत्री भी रहे. नवंबर 1977 में उनका स्पेशल एयरक्राफ्ट असम में क्रैश हुआ. साथ में सफ़र कर रहे थे ‘पीके ठंगन’ जो उस वक़्त अरुणाचल प्रदेश के सीएम हुआ करते थे. चमत्कारिक रूप से इस हादसे में दोनों लोगों की जान बच गई.
- साल 2004 में कांग्रेस नेता अहमद पटेल और दो केन्द्रीय मंत्री पृथ्वीराज चौहान और कुमारी सैलजा एक साथ सफ़र कर रहे थे. गुजरात में हुए इस विमान हादसे में तीनों लोगों की जान बच गई थी.
- साल 2006 में पंजाब के पूर्व सीएम् अमरिंदर सिंह और मंत्री प्रताप सिंह बाजवा का चॉपर इलेक्ट्रिक लाइन से टकरा गया था. गुरदासपुर से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद हुए इस हादसे में दोनों लोग बच गए थे.
- इसी तरह साल 2001 में राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे अशोक गहलोत का हेलिकॉप्टर चुरू जिले के आसपास पेड़ से टकरा गया था. इस हादसे में अशोक गहलोत बाल-बाल बच गए थे.