लोला के तीन बच्चे हुए. एक बेटा एंटोनियो और दो बेटियां लोलिटा एंड रोसारियो. तीनों उन्हीं की तरह आर्टिस्ट बने. रोसारियो सिंगर बनीं और भविष्य में उन्होंने ग्रैमी अवार्ड भी जीता. वहीं लोलिटा सिंगर और एक्टर बनीं. और एंटोनियो सांग राइटर और एक्टर बने. एंटोनियो ने एना विला नाम की थिएटर प्रोड्यूसर से शादी की. दोनों की एक बेटी हुई अल्बा फ्लोरेस. नीचे वीडियो में आप बाल अल्बा को अपने पिता के साथ देख सकते हैं.

अल्बा फ्लोरेस.
# इंडियन कनेक्शन सबसे पहले ये तस्वीर देखिए.

अल्बा फ्लोरेस एज़ शामिरा.
चौंक गए! क्या कोई कह सकता है तस्वीर में दिख रही लड़की इंडियन नहीं बल्कि स्पैनिश है. 2013 में अल्बा ने स्पैनिश टीवी पर रिलीज़ हुई विसेंटे फैरर की बायोपिक में एक आंध्र प्रदेश की रहने वाले महिला का किरदार निभाया था. विसेंटे एक समाजसेवी थे जिन्होंने साउथ इंडिया में बहुत सालों तक समाज सेवा का काम किया था. लिहाज़ा उनकी बायोपिक बिना इंडिया को दिखाए पूरी नहीं हो सकती थी. इसी वजह से फ़िल्म में कुछ इंडियन एक्टर्स लिए गए थे. लेकिन अल्बा ने इतनी बेहतरी से शमीरा नाम की लड़की का रोल प्ले किया कि कोई समझ ही नहीं पाया लड़की स्पेनिश है या इंडियन. इस फ़िल्म की शूटिंग अनंतपुर इंडिया में ही हुई थी. फ़िल्म के लिए अल्बा ने तेलुगु भी सीखी थी.

देखने में सीधी-साधी लगती... अंदर से कितनी तेज़ है.
#पिता लिखकर गए हैं गाना अल्बा 9 साल की थीं जब जनके पिता का देहांत हुआ. अल्बा के पिता एंटोनियो फ्लोरेस ने ने उनके लिए एक गाना भी बनाया था. जिसका टाइटल उन्हीं के नाम पर था 'अल्बा'. #हां थोड़ा दर्द हुआ... सिनेमा और दुख.
'हम आपके हैं कौन' में जब भाभी सीढ़ियों से 'लो चली मैं' गाते-गाते जब गिरी थीं तब हुआ था पहली बार दुख. फिर 'ग़जनी' में संजय के सामने जब कल्पना को मारा गया, तब हुआ दूसरी बार दुख. फ़िर जब उस गंडीया ने नैरोबी को मारा, तब हुआ तीसरी बार दुख. भयंकर दुख. कसम से सैलरी ज़्यादा होती तो टीवी फोड़ देता उस दिन. ख़ैर राइटर्स की कौम का तो काम ही यही है. पहले एक करैक्टर इतना लवेबल रचो कि जनता प्यार में पड़ जाए. फ़िर सही वक्त पर उसे मारकर जनता के जज़्बात निचोड़ लो. 'मनी हाइस्ट' के डायरेक्टर ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में बताया था कि क्यों उन्होंने नैरोबी को मारा. बोले,
"नैरोबी गैंग की भावनाएं दर्शाती थी. आखिरी सीज़न में नैरोबी के लिए मुश्किल रहता क्योंकि इस बार सीधे आमने-सामने की लड़ाई थी. नैरोबी एक अलग किरदार थी. एक ऐसा किरदार जो सीधी मुठभेड़ के लिए नहीं बना था."सिर्फ आप और हम ही नहीं, अल्बा को भी नैरोबी का मरना पसंद नहीं आया था. अल्बा ने इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें लगा था नैरोबी कभी नहीं मारी जाएगी. नैरोबी का मारा जाना 'मनी हाइस्ट' के लिए बहुत नुकसानदेह भी साबित हो सकता है. अल्बा ने कहा वो चाहती थीं कि नैरोबी अगर थोड़ा हीरोइकली मरती, तो भी जंचता. इंटरव्यू के अंत में अल्बा ने कहा कि वो शो शूट करते-करते थक गई थीं. उन्हें आराम की ज़रूरत थी. इसलिए वो लिबेरटेड फील कर रही हैं.