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मंदिरा बेदी: जिन्होंने टीवी पर 'शांति' बनकर क्रांति ला दी थी

अपने जीवन से लोगों को सिखा रही हैं कि कैसे एक लड़की जो चाहे वो कर सकती है.

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तस्वीर- twitter@mandybedi
आज एक ऐसी लड़की का जन्मदिन है, जिसने 'भारत की नारी' को 'क्रांतिकारी लड़की' में तब्दील कर दिया. शुरुआत परंपरागत भारत से की और अब अपने जीवन से लोगों को सिखा रही है कि कैसे एक लड़की जो चाहे वो कर सकती है. साल 1994 टीवी के लिए जितना क्रांतिकारी रहा, उतना ही साल 2003 भी रहा. 1994 में सीरियल जगत में क्रांति आई थी, तो 2003 में स्पोर्ट्स जगत में. दोनों ही फील्ड अलग थे. लेकिन क्रांति लाने वाली लड़की एक ही थी. और वो लड़की थी मंदिरा बेदी. ये नाम आपके दिमाग में 10 सालों की रील घुमा देता है. सीरियल 'शांति' में मंदिरा नॉन-ग्लैमरस थीं. एक लड़की जो पहनावे से मॉडर्न नहीं थी, लेकिन इरादों से चट्टान थीं. फिर 2003 में मंदिरा पहनावे से भी मॉडर्न बनीं और मर्दों के वर्चस्व (जेंटलमेंस गेम ही न कहते हैं?) वाली फील्ड यानी क्रिकेट में सेंध मारी. वहां ये होस्ट बनी थीं. चाहे एक्टिंग हो या होस्टिंग, वो दोनों ही रोल में एकदम फिट बैठतीं. शांति हो या आईसीसी वर्ल्ड कप की होस्टिंग दोनों ही जगह इन्होंने अपनी छाप छोड़ी है. सीरियल में इनकी लड़ाई फेमस हुई और खेल के मैदान में इनकी नॉलेज, जब कहा जाता था कि लड़कियां खेल नहीं समझतीं. शांति में एक्टिंग के अलावा मंदिरा की लंबी बिंदी और उनका लुक बहुत फेमस हुआ था, वहीं 2003 में किक्रेट मैदान में इनकी साड़ी. mandira bedi पंजाबी लड़की कलकत्ता में पैदा हुई, मुंबई में मुकाम साल 1972 में आज ही के दिन (15 अप्रैल) कलकत्ता में मंदिरा बेदी का जन्म हुआ था. इनके पिता का नाम वीरेंद्र सिंह बेदी और मां का नाम गीता बेदी है. मंदिरा की पढ़ाई कैथेड्रल और जॉन कोनॉन हाई स्कूल से हुई है. ग्रेजुएशन संत जेवियर कॉलेज से हुआ. शांति सीरियल में आने से पहले मंदिरा ऐड गुरु प्रहलाद कक्कड़ के साथ काम कर रही थीं. एक बार शूट के दौरान शांति सीरियल के लेखक और डायेरक्टर आदि पोचा ने मंदिरा को देखा. और ऑडिशन में आने के लिए कहा. आदि ने ऑडिशन के लिए ट्राउजर और जैकेट में आने के लिए कहा था पर मंदिरा टीशर्ट और जींस में आई थीं. दूसरे राउंड के ऑडिशन में मंदिरा साड़ी में आई थी. तब आदि पोचा को लगा कि शांति का रोल मंदिरा से बेहतर कोई नहीं कर सकता है. पहले ये शो एक साल तक ही चलना था पर पॉपुलैरिटी की वजह से चार साल तक चलता रहा. शांति सीरियल के लिए मंदिरा को हिंदी पर काफी काम करना पड़ा क्योंकि वो ज्यादातर अंग्रेजी ही बोलती थीं. mandira bedi मंदिरा 1994 में टीवी में आईं और एक साल बाद बॉलीवुड में भी पहुंच गईं. मंदिरा की पहली फिल्म 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' थी. यहां भी मंदिरा ने शांति सीरियल की तरह सिंपल और नॉन-ग्लैमरस रोल निभाया था. इसके बाद उनको फिल्में तो मिलीं पर कोई बहुत बड़ा रोल नहीं मिला. 22 साल के करियर में मंदिरा ने 13 फिल्में की हैं. जिसमें 2 तमिल भाषा में भी थीं. लेकिन इनके खाते में हिट फिल्म के नाम पर सिर्फ 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' है. पर वो टीवी पर बनी रहीं. मंदिरा ने अपने टीवी करियर में दर्जनों टीवी शो किए हैं. इनमें एक्टिंग के अलावा होस्टिंग भी शामिल है. 'सीआईडी', 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी', 'इंडियन आइडल', 'फेम गुरुकुल', 'डील या नो डील' ये कुछ टीवी शो हैं, जिनमें मंदिरा ने काम किया है. फिर 2003-2007 के आईसीसी वर्ल्ड कप, 2004 में चैंपियन्स ट्रॉफी, 2006 में सोनी मैक्स के लिए IPL-2 की होस्टिंग भी वो कर चुकी हैं. मंदिरा ने एक न्यूजपेपर को इंटरव्यू देते हुए कहा था कि शांति एक मजबूत कैरेक्टर था. इस रोल की वजह से वो निजी जीवन में काफी मजबूत हुईं. उनके मुताबिक शांति के सेट पर जब भी खराब खाना मिलता था तो वो सबके हक के लिए वहां भी आवाज उठाती थीं. 1999 में मंदिरा बेदी ने अपने लॉन्ग टाइम बॉयफ्रेंड राज कौशल से शादी कर ली. मंदिरा और राज का एक बेटा है. उसका नाम वीर है. mandir bedi with husband फिटेनस फ्रीक और फैशन डिजाइनर: मंदिरा सिर्फ एक्टिंग और होस्टिंग में ही एक्टिव नहीं हैं. वो मॉडल और फैशन डिजाइनर भी हैं. 2014 लक्मे फैशन शो में मंदिरा ने अपना साड़ी कलेक्शन भी लॉन्च किया था. mandira bedi saree collection फिटेनस को लेकर भी बेहद सजग हैं. एक बच्चे की मां और 44 साल की मंदिरा फिटेनस की वजह से आज भी काफी यंग लगती हैं. रोजाना जिम में घंटों पसीना बहाती हैं ताकि खुद को फिट रख सके. बेटे वीर के जन्म के समय मंदिरा का वजन काफी बढ़ गया था. जन्म के कुछ महीने बाद ही जिम और योगा की मदद से मंदिरा ने अपना 22 किलो वजन कम कर लिया था. फिटेनस मंदिरा के लिए इतनी जरूरी है कि वो कहीं भी जाती है, अपना जॉगिंग शू साथ ले जाना नहीं भूलती. mandira bedi fitness मंदिरा बेदी कंट्रोवर्सी: 1. 2007 में पीठ पर 'ओमकार' का टैटू बनवाने को लेकर विवाद में फंसी थीं. 'ओमकार' सिखों का धार्मिक प्रतीक माना जाता है. रैंप पर डांस करते समय ये टैटू मंदिरा की पीठ पर दिखा था. इससे सिख संप्रदाय के लोग आहत हो गए थे. शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी ने 'ओमकार' टैटू गुदवाने के लिए मंदिरा को माफी मांगने को कहा था. 2. 2007 में ही मंदिरा एक और विवाद में फंसीं. वो सेट मैक्स पर क्रिकेट विश्व कप फाइनल मैच के दौरान एंकरिंग कर रही थीं. इस शो में मंदिरा ऐसी साड़ी पहनकर आई थीं, जिस पर विश्व कप में भाग लेने वाले सभी देशों का झंडा बना था. और तिरंगा मंदिरा के घुटने के नीचे प्रिंट था. ये देखकर दर्शकों ने मैसेज भेजना शुरू कर दिया. इसके बाद मंदिरा को साड़ी बदलनी पड़ी थी.